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गंगा की सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने का संकल्प, घाटों के सुंदरीकरण और जन जागरूकता पर जोर

गंगा धाम में संगठन के पूर्वी उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय संगठन मंत्री ने बताया कि सभी नदियों के घाटों पर स्वच्छता अभियान और उनके सुंदरीकरण का कार्य तेजी से कराना होगा। नदियों किनारे गंगा तालाब बनाने के अभियान को प्रभावी बनाने पर बल दिया गया

By Ankur TripathiEdited By: Published: Mon, 06 Sep 2021 08:30 AM (IST)Updated: Mon, 06 Sep 2021 08:30 AM (IST)
गंगा की सहायक नदियों को पुनर्जीवित करने का संकल्प, घाटों के सुंदरीकरण और जन जागरूकता पर जोर
गंगा समग्र पूर्वी उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक में गंगा की निर्मलता पर चिंतन

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अविरल और निर्मल गंगा के लिए इसकी सहायक नदियों को पुनर्जीवित किया जाएगा। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के आनुषांगिक संगठन गंगा समग्र के स्वयंसेवक इसके लिए क्षेत्रीय स्तर पर अभियान चलाएंगे। आम जनमानस को अभियान से अनिवार्य रूप से जोड़ा जाएगा। गंगा समग्र के केंद्रीय संगठन मंत्री रामाशीष ने रविवार को यहां कार्ययोजना बताई।

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सभी नदियों के घाटों पर स्वच्छता अभियान

झूंसी स्थित गंगा धाम में संगठन के पूर्वी उत्तर प्रदेश के पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए केंद्रीय संगठन मंत्री ने बताया कि सभी नदियों के घाटों पर स्वच्छता अभियान और उनके सुंदरीकरण का कार्य तेजी से कराना होगा। नदियों किनारे गंगा तालाब बनाने के अभियान को प्रभावी बनाने पर भी बल दिया गया। बैठक की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। पहले सत्र में सभी पदाधिकारियों ने 15 आयामों में किए गए कार्यों का विवरण रखा। भविष्य की कार्ययोजना बताई।

पंडों को भी प्रशिक्षित करने का प्रयास

सहसंयोजक (काशी प्रांत) राकेश मिश्र ने काशी क्षेत्र की गतिविधियों का उल्लेख किया। बताया कि गंगा में गिरने वाले नालों को रोकने की दिशा में गंभीरता से प्रयास जारी है। तीर्थ पुरोहितों के माध्यम से घाट पर बैठने वाले पंडों को भी प्रशिक्षित करने का प्रयास चल रहा है। नदी के किनारे इलाकों में जनजागरूकता के लिए भी टोलियां निकल रही हैं। पदाधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए केंद्रीय संगठन मंत्री ने कहा कि तीर्थ पुरोहितों सहित गंगा पर आश्रित रहने वाले लोगों के जीवन स्तर को सुधारने की मजबूत कार्ययोजना बनानी होगी। सभी को प्रशिक्षण देने के साथ उनके लिए ऐसे अवसर तलाशने होंगे ताकि वह आधुनिक जीवनशैली अपनाने के साथ सनातनी परंपरा का भी निर्वहन गरिमापूर्ण ढंग से कर सकें।

दूसरे सत्र में हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम पर चर्चा

दूसरे सत्र में हरिद्वार में आठ, नौ और 10 अक्टूबर को होने वाले प्रशिक्षण वर्ग की तैयारियों पर चर्चा की गई। बताया गया कि इसमें देशभर से गंगा सेवक जुटेंगे। प्रांत संगठन मंत्री अंबरीश, अमिताभ, राकेश मिश्र, चंद्र शेखर, राघवेंद्र, अजमेर सिंह, राज नारायण, नीरज आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। चार प्रांतों के संयोजक, सह संयोजक व अन्य पदाधिकारी चिंतन में मौजूद थे।


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