गांधी परिवार के रिश्तेदार ने 12 करोड़ में बेचा बंगला, पूर्व पीएम इंदिरा गांधी यहां आई थीं Prayagraj News
काफी पहले इस बंगले को गांधी परिवार के ही करीबी एफएस गांधी ने लीज पर लिया था। उनके एक बेटा और दो बेटी थी। बाद में उन्होंने इसे तीन हिस्सों में बांट दिया था।
प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के करीबी रिश्तेदार रुस्तम गांधी की पत्नी शेहर नाज गांधी ने सिविल लाइंस के एल्गिन रोड पर स्थित अपना बंगला बेच दिया है। इसे संदीप अरोरा ने सवा 12 करोड़ में खरीदा है। जानकारों की मानें तो जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं तो भी वह इस बंगले में आईं थीं।
उप निबंधक प्रथम ने कहा-बंगला बेचने पर 86 लाख रुपये राजस्व का फायदा
उपनिबंधक कार्यालय में हुई रजिस्ट्री के मुताबिक शेहर नाज गांधी ने गुरुवार को संदीप अरोरा पुत्र एसके अरोरा के पक्ष में इस बंगले को बेचा। शेहर नाज के पति बिजली विभाग में काम करते थे। उनका कई वर्ष पहले निधन हो चुका है। इस बंगले की रजिस्ट्री से उप निबंधक कार्यालय में तैनात उप निबंधक प्रथम ने
86 लाख रुपये राजस्व का फायदा बताया। जानकारों ने बताया कि यहां पूर्व में सिविल स्टेशन भी हुआ करता था।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी इस बंगले में तीन बार आ चुकी हैं
काफी पहले इस बंगले को गांधी परिवार के ही करीबी एफएस गांधी ने लीज पर लिया था। उनके एक बेटा और दो बेटी थी। बाद में उन्होंने इसे तीन हिस्सों में बांट दिया। इसमें से अधिकांश हिस्से बिक चुके हैं। कुछ को लेकर विवाद भी चल रहा है। गुरुवार को जो बंगला बिका, उसमें तीन बार इंदिरा गांधी भी आई थीं। वर्ष 1980 में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री थीं, तब कैबिनेट के कई मंत्रियों के साथ यहां आईं थीं। 1982 और इसके बाद बीच में एक बार और उनका आना हुआ था।
फिरोज गांधी भी कई बार आए बंगले में
इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी भी इस बंगले में अक्सर आया करते थे। निधन से कुछ समय पहले वह एक कार्यक्रम में आए थे और एफएस गांधी के साथ रात्रि भोज में शामिल हुए थे। वहीं इस बंगले को खरीदने वाले
संदीप अरोरा का दरभंगा कालोनी में बंगला है। नैनी औद्योगिक क्षेत्र में इनकी चीनी मिल और आटा मिल है। शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी हैैं। शहर में चीनी वाले के नाम से इनकी पहचान है।
उप निंधक की डिप्टी रजिस्ट्रार बोलीं
उप निबंधक कार्यालय की डिप्टी रजिस्ट्रार कमला देवी ने कहा कि गांधी परिवार का बंगला गुरुवार को बिक गया है। इसमें 60 लाख रुपये का स्टांप शुल्क और करीब साढ़े 12 लाख रुपये रजिस्ट्री शुल्क लगा है।