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विहिप के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष ने कहा-तय समय पर शुरू हो जाएगा राम मंदिर निर्माण Prayagraj News

विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि जहां-जहां इस्लाम का राज रहा वहां महिलाओं ने अपनी इज्जत बचाने के लिए पर्दा कर लिया। इसके चलते वे घरों में कैद हो गईं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Wed, 04 Dec 2019 11:23 AM (IST)Updated: Thu, 05 Dec 2019 11:17 AM (IST)
विहिप के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष ने कहा-तय समय पर शुरू हो जाएगा राम मंदिर निर्माण Prayagraj News
विहिप के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष ने कहा-तय समय पर शुरू हो जाएगा राम मंदिर निर्माण Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। अयोध्या में मंदिर बनवाने की जिम्मेदारी सरकार पर है। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को मंदिर निर्माण के लिए तीन महीने में ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया है, जिसका गठन तय समय के पहले हो जाएगा। उसके बाद भव्य मंदिर का निर्माण भी शुरू हो जाएगा। यह बातें विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में कही। मुस्लिम पक्ष की ओर से पहली पुनर्विचार याचिका दाखिल होने के सवाल पर अरैल स्थित सच्चा बाबा आश्रम में उन्होंने कहा कि यह कानूनी प्रक्रिया है। अदालत से अपील करने का सभी को हक है।

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महिलाओं ने अपनी इज्जत बचाने के लिए पर्दा किया

बातचीत के क्रम को आगे बढ़ाते हुए विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि जहां-जहां इस्लाम का राज रहा, वहां महिलाओं ने अपनी इज्जत बचाने के लिए पर्दा कर लिया। इसके चलते वे घरों में कैद हो गईं। जब कि नारी में वह ताकत है कि उसने ब्रह्मा, विष्णु और महेश को भी बच्चा बनाकर अपने घर में स्थान दिया। रानी लक्ष्मी बाई और वीरांगना होल्कर भी सशक्त नारी का उदाहरण हैं। आज महिलाएं हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। यही वजह है कि अपने राज्य और जिले का नेतृत्व करने वाली पढ़ी-लिखी महिलाएं यहां एकत्र हुई हैं। एक दूसरे से मिलकर तमाम मुश्किलों पर चर्चा कर रही हैं। 

पहली बार हो रहा महिला समन्वय का कार्यक्रम

विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि महिला समन्वय का यह कार्यक्रम पहली बार हो रहा है। आने वाले दिनों में देश के पूरब, पश्चिम और दक्षिण में भी ऐसे आयोजन किये जाएंगे। इस कार्यक्रम को महिलाओं ने स्वयं तय किया है। विश्व हिंदू परिषद के लोगों ने उन्हें सिर्फ रहने खाने की व्यवस्था की है। महिलाएं अपने खर्चे और संसाधन से यहां पहुंची हैं।


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