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Rakesh Murder Case: 13 लाख रुपये बना हत्‍या का कारण, पुलिस को मिली और भी अहम जानकारी

Rakesh Murder Case अब पुलिस ने सैदपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार भारतीया उर्फ गैंडा व कंहईपुर धूमनगंज के अमरदीप उर्फ सचिन यादव को पकड़ा है। इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा कारतूस बरामद हुई है। धर्मेंद्र का साला राजकुमार अभी फरार है। उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sun, 25 Jul 2021 08:02 AM (IST)Updated: Sun, 25 Jul 2021 08:02 AM (IST)
प्रयागराज के करेली में राकेश हत्‍याकांड में पुलिस एक के बाद दूसरी कड़ी मिलाकर जांच कर रही है।

पहले पैसा नहीं दिया फिर आपत्ति लगवाई, जिस कारण हुई थी हत्या

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प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज शहर में करेली थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव में किसान राकेश पाल की हत्या के मामले में पुलिस को एक और जानकारी हाथ लगी है। पता चला है कि अजहुलहुदा ने राकेश और जानू को 13 लाख रुपये दिए थे, ताकि वह भूमि खरीदी जा सके। हालांकि राकेश ने चालाकी दिखाते हुए जमीन बेचने वाले को पैसा हीं नहीं दिया। हत्‍या के मामले में पुलिस ने दो और आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

अब पुलिस ने सैदपुर निवासी धर्मेंद्र कुमार भारतीया उर्फ गैंडा व कंहईपुर धूमनगंज के अमरदीप उर्फ सचिन यादव को पकड़ा है। इनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस बरामद हुई है। धर्मेंद्र का साला राजकुमार अभी फरार है। वह कौशांबी के पिपरी का रहने वाला है और उसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। इससे पहले पुलिस ने इसी मामले जैनू यादव अजहुलहुदा को जेल भेजा था।

जैनू और राकेश में जमीन को लेकर था विवाद

नौ जुलाई की रात राकेश पाल की गोली व धारदार हथियार से मारकर हत्या की गई थी। थानाध्यक्ष करेली बृजेश सिंह ने बताया कि जैनू यादव और राकेश पाल के बीच शेरा पाल की जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। तब जैनू ने धर्मेंद्र को हत्या के लिए दो लाख रुपये की सुपारी दी। साथ ही 20 हजार रुपये एडवांस दिया। बाकी रकम काम होने के बाद देने की बात कही थी। मदद के लिए जैनू ने अपने मौसी के बेटे सचिन को लगाया।

शराब पिलाने के बहाने ले गए थे खेत में और कर दी हत्‍या

धर्मेंद्र ने योजना के मुताबिक अपने साले व सचिन के साथ राकेश को शराब पिलाने के बहाने खेत में ले गए। इसके बाद उसे मौत के घाट उतार दिया। वारदात को अंजाम देने के बाद अभियुक्त फरार हो गए थे, मगर शनिवार को उन्हें डाही नुमाया मोड़ के पास से दबोच लिया गया। धर्मेंद्र के खिलाफ पांच मुकदमे दर्ज हैं।


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