दारोगा की करतूत : धो डाली पुलिस की छवि, कोरोना महामारी में लोगाें की हमदर्द बनी थी Prayagraj News
सोशल मीडिया पर भी दारोगा के निंदनीय कार्य को लेकर प्रयागराज पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं। साथ ही दारोगा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना में हर तरह से मदद के लिए तैयार रहने वाली प्रयागराज पुलिस की छवि को पूरी तरह से बदल दिया था। अपराधियों पर शिकंजा कसने और ट्विटर से लेकर सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफार्म पर शिकायतों के निस्तारण को लेकर भी प्रयागराज पुलिस की तारीफ हो रही थी। मगर इस घटना कड़ी मशक्कत के बाद बनाई छवि पर गहरा धब्बा लगा दिया है। उधर, दारोगा ने भी माना है कि जल्दबाजी में गलती हुई है।
सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर प्रयागराज पुलिस पर उठ रहे सवाल
वर्दी की हनक दिखाते हुए सब्जी विक्रेताओं की मंशा पर पानी फेरने वाले दारोगा की करतूत ने खाकी पर दाग लगा दिया है। सब्जी की दुकानों को अपनी जीत से रौंद दिया था। दारोगा की हरकत से पुलिस अधिकारी भी खुद को असहज महसूस करने लगे हैं। वहीं, सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर प्रयागराज पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे हैं और दारोगा के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है।
पहले भी पुलिस कर्मियों की बेजा हरकतों से विभाग की छवि धूमिल हुई थी
इससे पहले भी कुछ कुछ पुलिस कर्मियों की बेजा हरकतों से विभाग की छवि धूमिल हुई थी लेकिन इस बार मामला प्रदेश और उससे बाहर चर्चा का विषय बन गया है। तमाम लोग कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच परेशान सब्जी विक्रेताओं की व्यथा को हवाला देते हुए दारोगा सुमित आनंद के रौब को गलत बता रहे हैं।
बेच डाली थी मालखाने में रखी शराब
लॉकडाउन के गंगापार के एक थाने के मुंसी व सिपाही ने मालखाने में रखी कई पेटी शराब बेच डाली थी। इसकी जानकारी होने पर जब अधिकारियों ने जांच कराई तो सही पाया। इसके बाद दोनों पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
अवैध वसूली में हुए थे गिरफ्तार
औद्योगिक थाना क्षेत्र में ट्रक चालकों से अवैध वसूली को लेकर जमकर बवाल हुआ था। तब मामले में चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसके बाद वसूली के मामले में दो सिपाहियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
अच्छी छवि वालों को ही फील्ड में तैनात करने पर विचार हो रहा
अब पुलिस अधिकारी भी इंस्पेक्टर, दारोगा और सिपाहियों की चरित्र पंजिका देखकर अच्छी छवि वालों को ही फील्ड में तैनात करने पर विचार कर रहे हैं। साथ ही आम लोगों से विनम्र भाव से पेश आने और अच्छे बर्ताव करने पर जोर दे रहे हैं।
एसपी यमुनापार व सीओ करछना ने दिया मुआवजा
मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद एसपी यमुनापार चक्रेश मिश्रा, सीओ करछना आशुतोष तिवारी घूरपुर पहुंचे। वहां पीडि़त सब्जी विक्रेताओं को बुलाकर पूछताछ की गई। इसके बाद अधिकारियों ने माफी मांगते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी। सब्जी विक्रेताओं ने जितने का नुकसान बताया तो उन्हें उतना पैसा दिया। एसपी यमुनापार ने बताया कि दो सौ रुपये से लेकर 15 सौ रुपये अलग-अलग लोगों को दिया गया है। जिन्हें नहीं मिला है, उनसे भी रुये लेने को कहा गया है।