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प्रश्न पहर : कहीं भारी न पड़े कोरोना के प्रति बेफिक्री, रहें सावधान

कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 के नियमों का पालन करें। भीड़ वाली जगहों पर जाने से पहले मास्क लगाएं और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। यह कहना है कोविड-19 के नोडल व जिला सíवलास अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय का। वह गुरुवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। प्रस्तुत है सवाल व जवाब

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Nov 2020 10:07 PM (IST)Updated: Thu, 26 Nov 2020 10:07 PM (IST)
प्रश्न पहर : कहीं भारी न पड़े कोरोना के प्रति बेफिक्री, रहें सावधान
प्रश्न पहर : कहीं भारी न पड़े कोरोना के प्रति बेफिक्री, रहें सावधान

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : कोरोना के संक्रमण से बचाव के लिए कोविड-19 के नियमों का पालन करें। भीड़ वाली जगहों पर जाने से पहले मास्क लगाएं और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करें। यह कहना है कोविड-19 के नोडल व जिला सíवलास अधिकारी डॉ. ऋषि सहाय का। वह गुरुवार को दैनिक जागरण के प्रश्न पहर कार्यक्रम में पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। प्रस्तुत है सवाल व जवाब : सवाल : कोविड-19 की जाच घर पर करने की अनुमति है?

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विशाल पाडेय, तेलियरगंज व सोंटू यादव, नार्थ मलाका

जवाब : जिन्होंने कोरोना की जाच घर पर की है वह गलत है। एंटीजन किट बाहरी लोगों को नहीं दी जाती है। विभाग की ओर से अनुमति नहीं है।

सवाल : कोरोना जाच कैसे करते हैं। कितनी जाच होती हैं?

हिमेंद्र, विनय पाडेय भावापुर व निखिल तिवारी प्रयागराज

जवाब : आरटी-पीसीआर, ट्रूनेट व एंटीजन किट से कोरोना की जाच हो रही है। ज्यादातर जाच एंटीजन से ही होती है। पॉजिटिव रिपोर्ट पूर्णत: सही होती है। एंटीजन की रिपोर्ट यदि निगेटिव आती है तो आरटी-पीसीआर में वह पॉजिटिव भी हो सकती है।

सवाल : 20 नवंबर से होम आइसोलेशन में हैं? बाहर कब निकल सकते हैं?

टीएन शुक्ल, गोविंदपुर

जवाब : होम आइसोलेशन में लक्षण नहीं हैं तो 10 दिन बाद बाहर निकल सकते हैं लेकिन सात दिन तक होम क्वारंटाइन में रहना होगा। यानी पूरी तरह से 17 दिन बाद बाहर आमजन की तरह निकल सकते हैं।

सवाल : 10 दिनों से फीवर आ रहा है, क्या कोविड जाच जरूरी है?

एससी मिश्र, हाइकोर्ट

जवाब : कोरोना का प्रमुख लक्षण फीवर भी है। शीघ्रता से कोरोना की जाच करा लें। यदि रिपोर्ट निगेटिव आती है तो आप सुरक्षित हैं।

सवाल : केस बढ़ने के प्रमुख कारण क्या हैं?

अनिल सिंह, गोविंदपुर

जवाब : यह सिर्फ आमजन की लापरवाही का कारण है। दीपावली में लोग बड़ी संख्या में भीड़ में निकलें हैं और खरीदारी की है। ऐसे में संक्रमण और ज्यादा बढ़ गया है।

सवाल : क्या कल्पवास ठीक है? क्या व्यवस्था है?

रजनी शर्मा, कीडगंज, आशीष मिश्र प्रयागराज, अतुल मिश्रा लूकरगंज, राजेंद्र प्रसाद मिश्र उरूवा मेजा, राजनरायन मिश्र भगवतपुर,

जवाब : गाइडलाइन के साथ कल्पवास कर सकते हैं। तीन से पाच दिन पहले की कोरोना की आरटीपीसीआर रिपोर्ट दिखानी होगी। मेले में सप्ताह जाच कराई जाएगी। कल्पवास के पहले लिख कर देना होगा कि यदि संक्रमित होते हैं तो आइसोलेट किया जाएगा।

सवाल : क्या बच्चों को स्कूल भेजना ठीक होगा?

हीना आलम, प्रयागराज, आदर्श पाठक रघुबर

जवाब : स्कूलों को एसओपी यानी स्टैंटर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेसिंग के निर्देश दिए हैं। इससे पता चलेगा कि किस तरह से कक्षाएं चलाई जाएंगी।

सवाल : क्या दोबारा कोरोना होता है?

ममता गोविंदपुर व अंजली श्रीवास्तव, कटरा

जवाब : जी हा, शरीर में एंटीबॉडी कम बनने या नहीं बनने पर दोबारा पॉजिटिव होना ज्यादा खतरनाक भी हो सकता है।

सवाल : आइवरमेक्टिन की दवा खाने से कोरोना नहीं होता है?

अर्चना, प्रयागराज, गोविंद यादव तेलियरगंज

जवाब : विशेषज्ञों ने शोध में पाया है कि आइवरमेक्टिन दवा कारगर है। इसके सेवन का अच्छा लाभ मिला है।

सवाल : बाहर बिकने वाले खाद्य सामग्री के सेवन से क्या कोरोना हो सकता है?

एसपी तिवारी, पुराना कटरा

जवाब : नहीं ऐसा नहीं है, लेकिन बचाव जरूरती है। ्रध्यान देना होगा कि जहा से सामाग्री ले रहे हैं वहा कितनी सफाई है।

सवाल : मैं सर्दी जुकाम से पीड़ित हूं, क्या कंरू?

स्मृति तिवारी, अल्लापुर, राजीव शुक्ल कौड़िहार व भारती मिश्रा शातिपुरम

जवाब : आपको कोरोना की जाच करानी चाहिए। ताकि पता चले कि संक्रमित हैं या नहीं।

सवाल : शुगर के मरीजों को खतरा ज्यादा होता है क्या ?

रश्मि शुक्ला, प्रयागराज

जवाब : हां, ऐसे मरीजों को बचाव की ज्यादा जरूरत है।

सवाल : मैं रक्तदाता हूं। दो माह पहले पॉजिटिव था। अब रक्तदान कर सकता हूं?

अंकुश श्रीवास्तव, राजापुर

जवाब : हा आप, अब रक्तदान कर सकते हैं लेकिन फार्म भरते समय इसका जिक्र करना होगा कि वह कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।

सवाल : वैवाहिक कार्यक्रम में रिश्तेदार आएंगे। क्या करना चाहिए?

प्रियंका श्रीवास्तव, फाफामऊ

जवाब : रिश्तेदारों से अनुरोध करें कि कोरोना जाच करा लें। निगेटिव आने पर ही शादी में शामिल हों।

सवाल : मास्क लगाने पर जोर क्यों है?

सौरभ बजाज, प्रयाग

जवाब : क्योंकि मुंह और नाक के रास्ते से ही वायरस शरीर में जाता है।

सवाल : मैं ऑफिस जाती हूं। कुछ सहयोगी संक्रमित मिले हैं। क्या कंरू?

भावना दुबे, अल्लापुर

जवाब : यदि आप उन लोगों के संपर्क में आई हैं तो जाच करानी होगी। यदि संपर्क में नहीं हैं तो जाच न कराएं। लक्षण होने पर भी जाच करानी होगी। अलक्षणीय वृद्ध हो सकते हैं होम आइसोलेट

60-65 साल से अधिक मरीजों को कोविड अस्पताल जाना होगा। सीटी स्कैन, एक्स-रे में सब सामान्य हुआ तो होम आइसोलेशन होगा। 60 साल से कम उम्र के संक्रमित हैं, अन्य बीमारी नहीं हैं तो ही होम आइसोलेशन होंगे।

कल्पवासियों का रखा जाएगा खास ख्याल

कल्पवासियों का विशेष ख्याल रखते हुए प्रत्येक सप्ताह कोरोना जाच कराई जाएगी। संक्रमण मिलता है तो आइसोलेट कराया जाएगा। हर सेक्टर में स्टेटिक टीम होगी जो सुबह से लेकर शाम तक कोविड जाच करेगी।

फिर सक्रिय होंगे कोविड अस्पताल

कोरोना मरीजों की संख्या में कमी आने लगी थी तो कुछ कोविड अस्पताल बंद करा दिए गए थे। फिर केस बढ़ने लगे हैं तो बंद कोविड अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों को फिर से चालू कराए जाने की तैयारी चल रही है।

सभी जाच पूरी तरह से है निश्शुल्क

13 स्थानों पर रोज कोराना जाच कराई जा रही है। इसके अलावा सभी सीएचसी पर भी जाच की सुविधा उपलब्ध है। इसमें एंटीजन, ट्रूनेट व आरटीपीसीआर की जाच भी होती है जो पूरी तरह से निश्शुल्क है।


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