एसआरएन अस्पताल के आइसीयू से कैदी फरार
नगर के स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल से एक कैदी सोमवार को फरार हो गया। वह अस्पताल के आइसीयू में भर्ती था। अभिरक्षा में लगे दो बंदीरक्षकों को सस्पेंड कर दिया गया है। पुलिस कैदी की तलाश कर रही है।
जासं, इलाहाबाद : स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल के आइसीयू (सघन चिकित्सा कक्ष) से शातिर अपराधी प्रीतम मिश्रा सोमवार दोपहर फरार हो गया। कैदी के भागने की जानकारी होते ही ड्यूटी पर तैनात बंदी रक्षकों के हांथ-पांव फूल गए। कोतवाली, दारागंज समेत कई थाने की फोर्स तलाश में छापेमारी शुरू की, लेकिन देर शाम तक वह पकड़ में नहीं आ सका। लापरवाही पर बंदी रक्षक सुनील कुमार गौड़ और अशोक कुमार को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही कैदी व बंदी रक्षकों के विरुद्ध कोतवाली थाने में मुकदमा लिखकर तलाश की जा रही है।
दारागंज थाना क्षेत्र के कच्ची सड़क मुहल्ला निवासी प्रीतम मिश्रा पुत्र गौरी शंकर पुलिस रिकार्ड में शातिर अपराधी है। उसके विरुद्ध कई थानों में लूट, छिनैती, बमबाजी व हत्या के प्रयास समेत करीब 11 मुकदमे दर्ज हैं। बीते साल चार जुलाई को वह हत्या के प्रयास के मुकदमे में अदालत में आत्मसमर्पण कर नैनी जेल गया था। कहा जा रहा है कि सोमवार सुबह करीब साढ़े चार बजे अचानक उसे सांस लेने में तकलीफ हुई। इस पर बंदी रक्षक अंगद यादव व अनूप ने प्रीतम को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया। यहां उसे मेडिसिन विभाग के आइसीयू में बेड नंबर छह पर रखा गया था। दोपहर में बंदी रक्षक सुनील व अशोक की ड्यूटी थी। करीब पौने एक बजे अचानक प्रीतम भगवा रंग के गमछे से चेहरा ढंककर भाग निकला। कुछ देर बाद जब डॉक्टर मरीज प्रीतम के पास पहुंचे तो वह नहीं मिला। इस पर बंदी रक्षकों से पूछताछ हुई तो वह सन्न रह गए। इसके बाद खोजबीन शुरू हो गई। काफी देर तलाश के बाद भी जब कुछ पता नहीं चला तो कोतवाली पुलिस को जानकारी दी गई। थोड़ी देर में सीओ प्रथम, कोतवाली इंस्पेक्टर रविंद्र सिंह यादव मौके पर पहुंचकर जांच की और फिर तलाश में छापेमारी शुरू हुई। इंस्पेक्टर दारागंज विनीत सिंह ने बताया कि अभियुक्त और उसके रिश्तेदारों के घर दबिश दी गई, लेकिन नहीं मिला। इंस्पेक्टर कोतवाली का कहना है कि मुकदमा दर्ज कर तलाश की जा रही है।
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पहले भी भाग चुके हैं कई कैदी -
इससे पहले भी एक कैदी एसआरएन अस्पताल के बाथरूम की खिड़की तोड़कर भाग चुका है, जो अब तक नहीं गिरफ्तार नहीं हुआ। जबकि एक माह पहले कौशांबी से पेशी पर आए राजूपाल हत्याकांड से जुड़े दो अभियुक्त धूमनगंज इलाके से पुलिस को चकमा देकर भाग निकले थे। इससे पहले कर्नलगंज में पेशी पर लाते वक्त तीन बदमाश प्रिजन वैन से कूदकर फरार हुए थे, जिसमें से दो पकड़े जा चुके हैं। तीन साल पहले जार्जटाउन थाना क्षेत्र बालसन चौराहे से 10 हार्डकोर क्रिमिनल प्रिजन वैन से कूदकर भाग गए थे। फरार अभियुक्तों में केवल सात ही पकड़े गए थे। हैरानी की बात यह है कि एक के बाद एक कैदी पुलिस की लापरवाही का फायदा उठाकर फरार हो जाते हैं, इसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो रहा है।
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वर्जन-
सांस के इलाज के लिए कैदी को एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से वह भाग निकला। मामले में लापरवाही बरतने वाले बंदी रक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस की मदद से फरार कैदी की तलाश की जा रही है।
- बीके वर्मा, डीआइजी जेल