जीजीआइसी में प्रधानाचार्य डॉ. इंदू सिंह बोलीं-महिलाओं को सशक्त बनाएं और कानून की भी जानकारी दें
छात्राओं को भी जागरूक किया गया। कहा गया कि वे अपने अधिकारों को लेकर सजग हों। नियम कायदों को भी ठीक से पढ़ें और समझें। यह तभी संभव होगा जब वे शिक्षित होंगी। उनके घर परिवार के लोग भी शिक्षित होंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। घरेलू हिंसा, यौन उत्पीडऩ जैसी घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। इसे रोकने के लिए तमाम प्रयास सरकार की ओर से किए जा रहे हैं लेकिन घटनाओं में कमी होती नहीं दिख रही है। इसकी वजह यह कि महिलाएं सजग नहीं हैं। उन्हें सरकार के कानूनों की जानकारी भी नहीं है। समाज के प्रत्येक वर्ग के व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि घरेलू हिंसा व उत्पीडऩ की घटनाओं को रोका जाए। यह विचार जीजीआइसी में प्रधानाचार्य डॉ. इंदू सिंह ने व्यक्त किये। वह डीएलएड की छात्राओं को संबोधित कर रही थीं।
इस दौरान छात्राओं को भी जागरूक किया गया। कहा गया कि वे अपने अधिकारों को लेकर सजग हों। नियम कायदों को भी ठीक से पढ़ें और समझें। यह तभी संभव होगा जब वे शिक्षित होंगी। उनके घर परिवार के लोग भी शिक्षित होंगे। यदि एक महिला शिक्षित होगी तो वह दो परिवार में शिक्षा की ज्योति जलाएगी। कार्यक्रम के दौरान महिला हेल्प लाइन नंबर, चाइल्ड लाइन हेल्प लाइन नंबर के संबंध में भी बताया गया।
इसी क्रम में श्री महाप्रभु पब्लिक स्कूल में शिक्षकों ने महिलाओं की सुरक्षा व उन्हें सशक्त बनाने का संकल्प लिया। कहा गया कि यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने आसपास की महिलाओं के प्रति संवेदनशील हो जाए तो समाज अपने आप सुधर जाएगा। इसके लिए महिलाओं को भी समाज के प्रति सकारात्मक रवैया रखना होगा। लोगों से डरने या उनसे दूरी बनाने की जरूरत कदापि नहीं है बस दिल दिमाग खोलकर हौसले के साथ परिस्थितियों का सामना करेें। इस मौके पर प्रधानाचार्य रविंदर बिरदी ने कहा कि सभी लोग अपने आसपास महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान दें और उनके प्रति होने वाली ङ्क्षहसा को रोकने के लिए भी प्रयास करें।