अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने चंपत राय के बयान को अहंकारी बताया
विहिप नेता व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के बयान पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद उचित नहीं मानता। परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने विरोध जताया है।
प्रयागराज, जेएनएन। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने बड़ा बयान दिया है। महंत ने विहिप नेता व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय को उस दावे को अहंकारी बताया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अयोध्या के किसी संत में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को आने से रोकने की क्षमता नहीं है। प्रयागराज में यहां कुछ मीडिया कर्मियों से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि चंपत राय को अहंकार हो गया है। उन्हेंं इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए।
महंत ने संत-महात्माओं से भी उत्तेजक बयान देने से बचने की अपील की
महंत नरेंद्र गिरि बोले कि अहंकार भगवान का भोग होता है। इसलिए यह उनके जैसे विद्वान व्यक्ति को ऐसा बयान शोभा नहीं देता। वह विहिप के अग्रणी नेता रहे हैैं। संत महात्माओं का उन्होंने हमेशा सम्मान किया है, अपेक्षा है कि आगे भी करते रहेंगे। महंत ने संत-महात्माओं से भी उत्तेजक बयान देने से बचने की अपील की।
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि उद्धव ठाकरे को लेकर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने आवेश में आकर गलत बयान दिया था। महाराष्ट्र सरकार ने पालघर में संतों की निर्मम हत्या की घटना में ठोस कार्रवाई नहीं की, इसलिए संत महात्मा उद्धव ठाकरे से नाराज हैं।
मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए जाने का सभी को है अधिकार
महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि मैैंने खुद बात की थी और उद्धव ठाकरे ने कार्रवाई का भरोसा दिलाया था, पर हुआ कुछ नहीं। किसी को भी मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए जाने का पूरा अधिकार है। कोई किसी को नहीं रोक सकता। आगरा के मुगल म्यूजियम का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज किए जाने का भी अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने समर्थन किया। कहा कि मुगल कभी भारतीयों के आदर्श नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि पूरा संत समाज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले का स्वागत करता है। सनातन परंपरा से जुड़े और देश के बलिदानियों के नाम से ही स्मारक होना चाहिए।