Magh Mela-2020 : डीएम की सख्ती के बाद तैयारियों ने पकड़ी रफ्तार Prayagraj News
कुल पांच पांटून पुलों का निर्माण होना है। लगभग 80 किमी चकर्ड प्लेट बिछाई जानी है। चकर्ड प्लेट बिछाने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है।
प्रयागराज,जेएनएन । माघमेले की तैयारियां अब तेजी पकड़ चुकी हैं। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी की सख्ती के चलते रविवार से विभागों ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया। मेले में आधा दर्जन से ज्यादा सरकारी विभागों का काम चल रहा है।
तैयारियों का जायजा लेकर कसे पेंच
डीएम ने तैयारियों का जायजा लेते हुए सभी विभागों के अफसरों को काम पूरा करने की तिथि का निर्धारण कर दिया। यही नहीं समय पर काम पूरा न करने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दे दी। इसका असर अब दिखा। सुबह से ही विभागों ने मैन पॉवर बढ़ा दिया। विद्युत विभाग के चार अस्थायी उपकेंद्र जीटी रोड, त्रिवेणी रोड, काली मार्ग प्रथम व परेड मैदान का शुभारंभ कर दिया गया।
मेले में जलने लगी हैं लगभग दो हजार एलईडी लाइट
मुख्य अभियंता ओपी यादव, अधीक्षण अभियंता आशुतोष श्रीवास्तव व अधिशासी अभियंता आरके यादव ने पूजा-पाठ कर आपूर्ति शुरू करा दी। यही नहीं रविवार शाम को मेला में बिजली भी जला दी गई। लगभग दो हजार एलईडी फिटिंग से मेले के काली व त्रिवेणी मार्ग को जगमग कर दिया गया। एक्सईएन यादव ने बताया कि कुल लगभग 12 हजार पोल गाड़े जाने हैैं जिसमें नौ हजार पोल गाड़ दिए गए हैैं। तीन सौ किमी तार लगाया जाना है जिसमें दो सौ किमी से ज्यादा तार लगा दिया गया है। बताया कि लगभग 70 फीसद काम हो चुका है।
महावीर मार्ग का पांटून पुल भी लगभग तैयार
लोक निर्माण विभाग का काम भी तेज हो गया है। सोमवार शाम तक महावीर मार्ग का पांटून पुल भी तैयार हो जाएगा। इसके पहले एक पांटून पुल से आवागमन शुरू हो चुका है। कुल पांच पांटून पुलों का निर्माण होना है। लगभग 80 किमी चकर्ड प्लेट बिछाई जानी है। चकर्ड प्लेट बिछाने के लिए 15 दिसंबर तक का समय दिया गया है। अब तक 50 प्रतिशत चकर्ड प्लेटें बिछाई जा चुकी हैैं। अरैल क्षेत्र में चकर्ड प्लेट की सड़कों का काम पूरा हो चुका है। मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्रा ने बताया कि किसी भी हाल में 20 दिसंबर तक सभी विभागों को काम पूरा करना है।
दो पांटून पुल सबसे बड़े
मेले में संगम के पास दो पांटून पुल सबसे बड़े हैैं। दलदल के कारण इन दोनों पुलों में सबसे ज्यादा 120 पीपे लगाए जा रहे हैैं। अन्य पुलों में 80 से 85 पीपे लगाए जा रहे हैैं। वैसे दलदल के कारण कई विभागों के काम देरी से शुरू हुआ था।
अक्षयवट दर्शन को जुट रही भीड़
किला स्थित अक्षयवट दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी है। रोज सुबह ही श्रद्धालुओं की कतार लग जाती है। एक दिसंबर को द्वार खुलने के बाद अब तक 50 हजार से ज्यादा श्रद्धालु पवित्र वट के दर्शन कर चुके हैैं।