प्रयागराज में एक साल में 35 करोड़पति हो गए कम
सालभर में करोड़पति आयकरदाताओं की संख्या में कमी आई है। इनकी संख्या 172 से घटकर 137 हो गई है।
प्रयागराज: नोटबंदी की मार से बड़े कारोबारी अब तक उबर नहीं सके हैं। इनके कारोबार पर इसका बड़ा असर पड़ा है। कारोबार प्रभावित होने से आय भी घटी है। यही वजह है कि सालभर में करोड़पति आयकरदाताओं की संख्या में कमी आई है। इनकी संख्या 172 से घटकर 137 हो गई है। यानी वित्तीय वर्ष 2017-18 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2018-19 में 35 करोड़पति घट गए। यह आयकर विभाग के आंकड़े बताते हैं। विभाग ने करोड़पति की दो और लखपति की सात श्रेणी तय की है।
करोड़पति की श्रेणी में एक से 10 करोड़ और इससे ज्यादा की सालाना आय वाले शामिल हैं। पिछले वित्तीय वर्ष में एक से 10 करोड़ की श्रेणी में 165 और इससे ज्यादा की श्रेणी में सात करोड़पति थे। इस वर्ष इनकी संख्या क्रमश: 132 और पांच हो गई है। एक अफसर ने बताया कि इलाहाबाद प्रभाग में जो भी करोड़पति हैं, वह कारोबार से जुड़े हैं। नोटबंदी के कारण उनके कारोबार पर काफी असर पड़ा है। 50 लाख तक बढ़े हैं आयकरदाता :
लखपति की एक श्रेणी (50 लाख से एक करोड़) को छोड प्रत्येक में आयकर देने वालों की वृद्धि हुई है। लखपति की श्रेणी में नौकरीपेशा लोग ज्यादा हैं। सातवें वेतनमान के लागू होने से इनकी आय में वृद्धि हुई है। लखपति की श्रेणी वर्ष 2017-18 2018-19
पांच लाख से नीचे- 240864 251565
पांच से 10 लाख 45230 64738
10 से 20 लाख 12811 14629
20 से 30 लाख 2439 2835
30 से 40 लाख 793 1000
40 से 50 लाख 336 425
50 लाख से एक करोड़ 370 336 15 तक जमा कर दें अग्रिम कर नहीं तो देना पड़ेगा ब्याज :
ऐसे आयकरदाता जिन्होंने पिछले वर्ष अग्रिम कर कम जमा किया था और स्व निर्धारण टैक्स ज्यादा भरा था, वह 15 दिसंबर तक अग्रिम कर जमा कर दें। अन्यथा आयकर अधिनियम की धारा 234-बी और 234-सी के तहत उन्हें ब्याज देना पड़ेगा। आयकर विभाग नियम के तहत अन्य कार्रवाई भी कर सकता है। अग्रिम कर जमा करने के लिए आयकरदाताओं को विभाग की ओर से आग्रह पत्र भेजा गया है। उल्लेखनीय है कि 15 दिसंबर अग्रिम कर जमा करने के लिए अंतिम द्वितीय तिथि है।