गो तस्करी में गिरफ्तार ब्लाक प्रमुख मुजफ्फर और सहयोगी योगेंद्र की संपत्ति कुर्क की प्रयागराज पुलिस ने
मोहम्मद मुजफ्फर नवाबगंज थाना क्षेत्र के चफरी गांव का रहने वाला है। वह कौड़िहार ब्लाक से सपा ब्लाक प्रमुख है। उसके खिलाफ प्रयागराज भदोही कौशांबी कई जिलों में 30 मुकदमे दर्ज हैं। हिस्ट्रीशीटर मुजफ्फर एक गैंग बनाकर गोतस्करी करता था और उसी के जरिए चल-अचल संपत्ति जुटाया था।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। नैनी जेल में बंद कुख्यात गोतस्कर मो. मुजफ्फर और उसके सहयोगी योगेंद्र शुक्ला की अचल संपत्ति को भी कुर्क कर दिया गया है। बुधवार को धूमनगंज पुलिस ने नवाबगंज के चफरी गांव स्थित मुजफ्फर के दो करोड़ रुपये के मकान व हथिगवां गांव में 50 लाख कीमत वाली जमीन को जब्त किया। नवाबगंज बाजार में योगेंद्र शुक्ला के एक करोड़ की जमीन को कुर्क करने की कार्रवाई की। इससे ग्रामीणों में खलबली मची रही। कार्रवाई से पहले ब्लाक प्रमुख मुजफ्फर के घरवालों ने मकान के सभी दरवाजों को उखाड़ दिया था, जिसके चलते पुलिस को दरवाजे लगवाने पड़े।
कौड़िहार ब्लाक से सपा ब्लाक प्रमुख मुजफ्फर के खिलाफ हैं 30 मुकदमे
मोहम्मद मुजफ्फर नवाबगंज थाना क्षेत्र के चफरी गांव का रहने वाला है। वह कौड़िहार ब्लाक से सपा ब्लाक प्रमुख है। उसके खिलाफ प्रयागराज, भदोही, कौशांबी कई जिलों में 30 मुकदमे दर्ज हैं। हिस्ट्रीशीटर मुजफ्फर एक गैंग बनाकर गोतस्करी करता था और उसी के जरिए चल-अचल संपत्ति जुटाया था। वर्ष 2018 में एक डीसीएम प्रतिबंधित गोमांस पकड़े जाने पर धूमनगंज थाने में मुकदमा लिखा गया था। इसके बाद वर्ष 2021 में पूरामुफ्ती थाने में मुजफ्फर, उसके भाई व योगेंद्र शुक्ला सहित 14 लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर का केस दर्ज हुआ था।
पुलिस ने डुगडुगी भी बजवाई, अब तक 20 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी है पुलिस
बुधवार को इंस्पेक्टर धूमनगंज राजेश मौर्या, थानाध्यक्ष अतरसुइया, इंस्पेक्टर नवाबगंज व पुलिस बल के साथ पहले चफरी गांव पहुंचे। वहां मुनादी करवाते हुए मकान को कुर्क करते हुए जब्तीकरण का नोटिस बोर्ड लगवाया। इसके बाद हथिगवां गांव में जमीन को जब्त किया गया। इस दौरान गांव में डुगडुगी बजाकर मुनादी भी कराई गई। मुजफ्फर के बाद पुलिस ने नवाबगंज थाने के पीछे स्थित अटरामपुर निवासी योगेंद्र शुक्ला के भूखंड की चौहद्दी को देखने के बाद कुर्की की कार्रवाई की। इस दौरान एसपी गंगापार अभिषेक अग्रवाल, सीओ सोरांव सुधीर कुमार और एसडीएम सोरांव भी मौजूद रहे। इंस्पेक्टर राजेश मौर्या ने बताया कि अब तक मुजफ्फर की करीब 20 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति को कुर्क किया जा चुका है।