प्रयागराज पुलिस ने शातिर पशु तस्करों को दबोचा,तलाशी में बम बरामद, भेजे गए जेल
नवाबगंज पुलिस की ओर जारी प्रेस नोट में अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास नहीं दिखाया गया। इसकी वजह जो भी हो लेकिन प्रभारी निरीक्षक ने एक अभियुक्त को थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया था। ऐसे में बम के साथ गिरफ्तारी तमाम लोगों को हजम नहीं हो रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। शातिर पशु तस्करों की गिरफ्तारी अब नवाबगंज पुलिस ने बम के साथ की है और उन्हें जेल भी भेज दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि एक आरोपित नवाबगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लग सकी। क्षेत्र के लोग जहां इनकी दबंगई से खौफजदा हैं, वहीं पुलिस गिरफ्तारी के वक्त भी इनका आपराधिक इतिहास न बताकर अप्रत्यक्ष रूप से बचाने की कोशिश कर रही है। ऐसा कुछ लोगों का कहना है।
कहा तो यह भी जा रहा है कि एक आरोपित सिपाही की मौत के मामले में मुल्जिम बनाया गया था, मगर यह जानकारी सार्वजनिक करने में नवाबगंज पुलिस परहेज कर रही है। एसपी गंगापार धवल जायसवाल को गिरफ्तार अभियुक्तों की पूरी करतूत और क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं बताई गई। चर्चा है कि इन आरोपितों को पहले छोडऩे के लिए नवाबगंज पुलिस ने प्लान भी बना लिया था, लेकिन उच्चाधिकारियों के पूछताछ करने के बाद गिरफ्तारी तो दिखाई मगर कई करतूतें दबा दी गईं। दरअसल नवाबगंज पुलिस ने चफरी गांव निवासी मो. अशरफ पुत्र छोटे को पांच बम के साथ दारोगा आशीष सिंह, रामकुमार सिंह व सिपाही रितेश राय ने गिरफ्तार किया। जबकि चफरी गांव के ही मुजफ्फर पुत्र स्व. मुख्तार को दारोगा प्रदीप कुमार सिंह, आशीष सिंह व सिपाही रितेश राय ने किसी तरह पकड़ा था। नवाबगंज पुलिस की ओर जारी प्रेस नोट में अभियुक्तों का आपराधिक इतिहास नहीं दिखाया गया। इसकी वजह जो भी हो, लेकिन प्रभारी निरीक्षक ने एक अभियुक्त को थाने का हिस्ट्रीशीटर बताया था। ऐसे में बम के साथ गिरफ्तारी तमाम लोगों को हजम नहीं हो रही है।