Shri Ram mandir के लिए धनसंग्रह के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश करने वाले की तलाश में जुटी है पुलिस
श्रीराम मंदिर निर्माण निधि महाअभियान के तहत धनसंग्रह के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश करने वाले की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है। रविवार को सिविल लाइंस पुलिस ने अग्रवाल फोटो कॉपी के दुकानदार से पूछताछ की।
प्रयागराज, जेएनएन। श्रीराम मंदिर निर्माण निधि महाअभियान के तहत धनसंग्रह के नाम पर धोखाधड़ी की कोशिश करने वाले की तलाश पुलिस ने तेज कर दी है। रविवार को सिविल लाइंस पुलिस ने अग्रवाल फोटो कॉपी के दुकानदार से पूछताछ की। इसके बाद सीसी फुटेज खंगाला गया तो पता चला कि आरोपित की चेहरा कैद नहीं हुआ है। अब पुलिस आसपास लगे सीसी फुटेज के जरिए अभियुक्त के बारे में जानकारी जुटा रही है। इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रवींद्र प्रताप सिंह का कहना है कि अभियुक्त की तलाश की जा रही है। साथ ही महाअभियान से जुड़े लोगों से रसीद की फोटो कॉपी भी मांगी गई है। ताकि साक्ष्य के रूप में उसका इस्तेमाल किया जा सके। शनिवार शाम भाजपा के यमुनापार मीडिया प्रभारी दिलीप अग्रवाल फोटो कॉपी पर पहुंचे थे। तभी एक शख्स धनसंग्रह की रसीद की कलर फोटो कॉपी कराते हुए एक शख्स को देख लिया था। हालांकि, पकडऩे से पहले ही फोटो कॉपी कराने वाला भाग चुका था। इसकी जानकारी होने पर भाजपा के कई नेता थाने पहुंचकर अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी की कोशिश के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया।
थानों के बाहर खड़े वाहनों को हटवाया गया
पुलिस द्वारा किसी न किसी मामले में जब्त किए गए वाहनों को थानों के बाहर खड़ा कर दिया जाता है। इससे जहां सड़क किनारे अतिक्रमण होता है, वहीं इन वाहनों की वजह से यातायात भी बाधित होता है। हालांकि, रविवार को सिविल लाइंस, कर्नलगंज, जार्जटाउन, शिवकुटी, कैंट, कीडगंज, मु_ीगंज समेत अन्य थानों के बाहर खड़े वाहनों को हटवाया गया। इनको झूंसी में बनाए गए यार्ड में रखवाया गया है। बताया जाता है कि इसमें से कुछ वाहन वर्ष 1983 से खड़े किए गए थे, जो कबाड़ के रूप में तब्दील हो चुके हैं।