Covid-19 Guidelines को लेकर प्रयागराज पुलिस की कार्रवाई दूसरों के लिए सबक बनी, पुलिस ने यह एक्शन लिया था
धूमनगंज पुलिस की कार्रवाई दूसरे लोगों के सबक हो सकती है ताकि लोग नियम कायदे में रहें और कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन न करें। सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त आशीष मिश्रा को आज जेल भी भेजा जा सकता है।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना महामारी को हराने के लिए पुलिस, प्रशासन से लेकर जागरूक लोग तक जूझ रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे भी शख्स हैं जो न केवल अपने साथ दूसरी की जान को भी खतरे में डाल रहे हैं। इतना ही नहीं, कोविड की गाइडलाइन का पालन करनेे में उन्हें परेशानी हो रही है। अगर गाइडलाइन के उल्लंघन के आरोप में शमन शुल्क वसूल किया जाता है तो वह अफसर व पुलिसकर्मियों से भिड़ जाते हैं।
सेक्टर मजिस्ट्रेट से बदसलूकी करने वाले को आज भेजा जा सकता है जेल
ऐसे ही एक मामले में धूमनगंज पुलिस की कार्रवाई दूसरे लोगों के सबक हो सकती है, ताकि लोग नियम कायदे में रहें और कोविड गाइडलाइन का उल्लंघन न करें। सेक्टर मजिस्ट्रेट के साथ बदसलूकी के आरोप में गिरफ्तार किए गए अभियुक्त आशीष मिश्रा को आज जेल भी भेजा जा सकता है।
शमन शुल्क देने की बात कही गई तो वह पुलिसकर्मियों से भी उलझ गया
दअरसल सोमवार रात कोरोना संक्रमण के नियंत्रण के लिए नियुक्त सेक्टर मजिस्ट्रेट रजनीश कुमार राय के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। उनके साथ पुलिस भी थी। इस दौरान लोगों को महामारी के प्रति जागरूक करने और गाइड लाइन का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही थी। तभी सुलेम सराय पेट्रोल पंप के पास एक शख्स बिना मास्क के नजर आया। जब उससे शमन शुल्क देने की बात कही गई तो वह उलझ गया और सेक्टर मजिस्ट्रेट से धक्कामुक्की करने लगा। पुलिसकर्मियों ने उसे रोकना चाहा तो उनसे भी भिड़ गया और फिर भाग निकला। घटना के बाद पुलिस आशीष की तलाश शुरू की और वह नहीं मिला तो उसके साथी राहुल को पकड़कर थाने ले आई।
धूमनगंज थाने में पूर्व विधायक ने बखेड़ा किया था
इसी बीच राहुल को रिश्तेदार बताते हुए सपा की पूर्व विधायक विजमा यादव भी समर्थकों के साथ पहुंच गई और उसे छुड़ाने के लिए बखेड़ा कर दिया। इंस्पेक्टर धूमनगंज अनुपम शर्मा का कहना है कि रिपोर्ट दर्ज कर आशीष को गिरफ्तार कर लिया गया है।