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प्रयागराज के लोगों को रिंग रोड की सौगात मिलेगी, अब जाम की समस्‍या से भी मिलेगी राहत

रिंग रोड के पहले फेज में रीवा रोड के पालपुर से मीरजापुर मार्ग से सहसों बाईपास तक 29.466 किमी में तैयार किया जाएगा। पहले फेज में बनने वाले रिंग रोड की लागत 2990 करोड़ रुपये होगी। भूमि अधिग्रहण का काम तीन माह में पूरा किया जाएगा।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 18 Dec 2021 11:57 AM (IST)Updated: Sat, 18 Dec 2021 11:57 AM (IST)
प्रयागराज के लोगों को रिंग रोड की सौगात मिलेगी, अब जाम की समस्‍या से भी मिलेगी राहत
प्रयागराज में रिंग रोड बनेगी। इसके लिए अप्रैल माह से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज के लोगों के लिए अच्‍छी खबर है। संगम नगरी को रिंग रोड की सौगात मिलने वाली है। इसके बनने के बाद शहर के लोगों को जाम की समस्‍या का सामना नहीं करना पड़ेगा। रिंग रोड के पहले फेज के लिए किसानों से जमीन अधिग्रहण करने का काम अप्रैल से शुरू हो जाएगा। रिंग रोड का निर्माण जुलाई में शुरू हो जाएगा।

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आंकड़ों में जानें रिंग रोड की खासियत

- 65 किमी में तैयार होगी रिंग रोड

- 29.466 किमी पहले फेज में तैयार होगी

- 2990 करोड़ रुपये पहले फेल में होगा खर्च

- 7261 करोड़ रुपये की है पूरी परियोजना

- 45 गांव से गुजरेगी पहले फेज की रिंग रोड

- 4500 किसानों की जमीन का होगा अधिग्रहण

- 35 किमी लगभग दूसरे फेज में तैयार होगी सड़क

- 4271 करोड़ रुपये की लागत से दूसरे फेज में होगा काम।

पहले रीवा रोड से सहसों बाईपास तक बनेगी रिंग रोड

रिंग रोड के पहले फेज में रीवा रोड के पालपुर से मीरजापुर मार्ग से सहसों बाईपास तक 29.466 किमी में तैयार किया जाएगा। पहले फेज में बनने वाले रिंग रोड की लागत 2990 करोड़ रुपये होगी। भूमि अधिग्रहण का काम तीन माह में पूरा किया जाएगा। रिंग रोड के पहले चरण का का 2025 में लगने वाले महाकुंभ से पहले पूरा किया जाना है। रिंग रोड के बनने से शहर में जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।

पहले चरण के रिंग रोड को 884 बीघा भूमि अधिग्रहीत होगी

पहले चरण में रिंग रोड बनाने के लिए 4500 किसानों की 221 हेक्टेयर यानी 884 बीघा जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। ग्रामीण इलाकों में जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों से दस्तावेज मांगे जा चुके है। पहले चरण में प्रयागराज की दो तहसील करछना और फूलपुर में कुल 45 गांवों के किसानों से भूमि का अधिग्रहण होगा। पहले चरण में तैयार होने वाली रिंग रोड का काम अक्टूबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

रिंग रोड बनने से यह होगा फायदा

रीवा रोड की ओर से बड़ी संख्या में प्रतिदिन वाहन वाराणसी की ओर जाने के लिए शहर में आते हैं। इससे नए यमुना पुल से लेकर शास्त्री पुल तक जाम लग जाता है। रिंग रोड बनने से ऐसे वाहनों को सीधे शहर के बाहर से निकाल दिया जाएगा। ऐसे लोग जो मध्य प्रदेश से वाराणसी जाना चाहते हैं वे भी शहर के बाहर से ही निकल जाएंगे।

दूसरे चरण में रीवा रोड से कौडि़हार के बीच बनेगी रिंग रोड

रिंग रोड बनाने को पूरा प्रोजेक्ट 7261 करोड़ रुपये का है। पहले फेज में रोड निर्माण की लागत 2990 करोड़ रुपये रहेगी। दूसरे फेज में लगभग 35 किमी की दूरी में काम होना है जिसकी लागत 4271 करोड़ रुपये लागत है। रिंग रोड का दूसरा चरण रीवा रोड से कौडि़हार के बीच तैयार होगा।

एनएचएआइ प्रयागराज के परियोजना निदेशक ने यह कहा

एनएचएआइ के प्रयागराज इकाई के परियोजना निदेशक एके राय ने बताया कि रिंग रोड के पहले फेज का काम शुरू करने के लिए जल्द ही किसानों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष में काम शुरू हो जाएगा। पहले फेज का काम शुरू होने के बाद दूसरे फेज के लिए तैयारी शुरू हो जाएगी।


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