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Prayagraj News: निक्षय मित्रों ने थामा टीबी मरीजों का हाथ, रख रहे उनके पोषण का पूरा ख्याल

TB patients Prayagraj टीबी से मुक्ति के लिए क्षय रोग विभाग युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब निक्षय मित्र की मुहिम चलाई गई है। टीबी मरीजों को गोद लेने वाले लोग और संस्थाओं को निक्षय मित्र के तौर पर जाना जाएगा।

By JagranEdited By: Ankur TripathiPublished: Fri, 30 Sep 2022 11:01 AM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 11:01 AM (IST)
Prayagraj News: निक्षय मित्रों ने थामा टीबी मरीजों का हाथ, रख रहे उनके पोषण का पूरा ख्याल
टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब निक्षय मित्र की मुहिम चलाई गई है।

प्रयागराज, जेएनएन। भारत सरकार का लक्ष्य देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग यानि टीबी से मुक्त बनाना है। क्षय रोग विभाग इसके लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब निक्षय मित्र की मुहिम चलाई गई है। टीबी मरीजों को गोद लेने वाले लोग और संस्थाओं को निक्षय मित्र के तौर पर जाना जाएगा। क्षय रोग विभाग इनका नाम निक्षय पोर्टल पर पंजीकृत कर रहा है। अब तक पोर्टल पर 18 निक्षय मित्र पंजीकृत किए जा चुके हैं। उत्कृष्ट निक्षय मित्रों को राज्यपाल सम्मानित करेंगी।

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3400 मरीजों को लिया जाना है प्रयागराज में गोद

प्रयागराज में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉक्टर एके तिवारी ने बताया कि जनपद में कुल 8,702 टीबी मरीज हैं। इनमें से 3400 मरीजों को गोद लिए जाने का लक्ष्य तय हुआ है। 2575 मरीजों को निक्षय मित्र गोद ले चुके हैं। एनटीपीसी मेजा ने 100 टीबी मरीजो को गोद लिया है।

पीडबल्यूडी ने 100, यूपीपीसीएल निर्माण इकाई ने 50, इफ़्को फूलपुर 100, ड्रग इंस्पेक्टर 100, एलएनटी 50, एनटीपीसी बारा ने 100, यूपी सेडको ने 50 व अन्य निक्षय मित्र जन प्रतिनिधि, राजनीतिक दल, कॉर्पोरेट, व गैर सरकारी संगठन, बैंक एवं निजी स्वास्थ्य महकमे के लोग व आम लोग भी गोद ले रहे हैं। विभाग निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज जारी रहने तक टीबी मरीजों के बैंक खाते में 500 रुपये प्रतिमाह भेज रहा है।

राज्यपाल से मिल सकता है सम्मान

यदि आप निक्षय मित्र हैं, तो प्रदेश की राज्यपाल आपके इस सराहनीय कार्य के लिए सम्मानित कर सकती हैं। इस संबंध में राज्य क्षय नियंत्रण अधिकारी एवं संयुक्त निदेशक (क्षय) ने प्रदेश के सभी जिला क्षय अधिकारियों को पत्र लिख कर उत्कृष्ट कार्य करने वाले सर्वश्रेष्ठ निक्षय मित्र का विवरण भी मांगा है।

आप भी बन सकते हैं निक्षय मित्र

पब्लिक प्राइवेट समन्वयक आशीष सिंह ने बताया कि “टीबी मरीज को कोई भी नागरिक गोद ले सकता है। निक्षय मित्र बनने वाले व्यक्ति या संस्था को कम से कम एक साल के लिए और अधिक से अधिक तीन साल के लिए किसी ब्लॉक, वार्ड या जिले के टीबी रोगियों को गोद दिया जाता है। इसमें संबंधित व्यक्ति को अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर या पेशा के बारे में ब्यौरा देना होगा। इसके बाद विभाग की ओर से मरीज को गोद दिया जाएगा। निक्षय मित्र बनकर वे कई टीबी रोगियों को गोद लेने का विकल्प भी चुन सकते हैं। इस अभियान से जुड़ने के लिए निक्षय पोर्टल www.nikshay.in पर रजिस्टर किया जा सकता है।


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