Prayagraj: गृहकर बकाया जमा कराने की नगर निगम की OTS योजना काम नहीं आई, इन पर तो करोड़ों रुपये अब भी बकाया
सरकारी विभागों और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर प्रयागराज नगर निगम का गृह जलकर करीब 70 करोड़ रुपये बकाया है। निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी बोले कि जिनका गृहकर बकाया है उन्हें नोटिस भेजा जाएगा। पिछले वर्ष से अधिक गृहकर जमा कराया जाए इसका प्रयास चल रहा है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गृहकर बकाया जमा कराने के लिए प्रयागराज नगर निगम की ओटीएस (वन टाइम सेटेलमेंट) योजना काम नहीं आई। करोड़ों रुपये अब भी बकाया है। सबसे अधिक बकाया केंद्र और राज्य सरकार के विभागों के भवनों पर है। सरकारी भवनों से गृहकर और जलकर के रूप में नगर निगम को 37 करोड़ रुपये की वसूली करना है। जबकि स्कूल, गेस्ट हाउस, नर्सिंग होम पर भी गृह कर के रूप में लंबी रकम बकाया है।
अभियान चलाकर अधिकारी करेंगे वसूली : प्रयागराज नगर निगम के अधिकारी अब विशेष अभियान चलाकर इन संस्थाओं से बकाया कर वसूल करेंगे। नगर निगम लोगों की सहूलियत के लिए पेयजल, कूड़ा प्रबंधन, सीवर आदि सुविधाएं उपलब्ध कराता है। इसके बदले गृहकर और जलकर वसूला जाता है। बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो गृह कर और जलकर नहीं जमा करते हैं। आम नागरिक, स्कूल, गेस्ट हाउस व नर्सिंग होम संचालक ही नहीं, केंद्र और राज्य सरकार के कई विभाग भी इसमें शामिल हैं।
इन विभागों पर गृह और जलकर करीब 70 करोड़ रुपये बकाया : इन विभागों और अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों पर नगर निगम का गृह और जलकर करीब 70 करोड़ रुपये बकाया है। इस बकाया की वसूली के लिए नगर निगम के प्रयास अब तक असफल ही रहे, जबकि इस बकाए की रकम जमा हो जाए ताे नगर निगम की आय बढ़ जाएगी। नगर निगम अब इन विभागों से गृह कर वसूलने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। अभी तक 70 प्रतिशत कर ही वसूला जा सका है।
कहां कितना है गृह कर बकाया
भवन भवन संख्या बकाया (रुपये में)
केंद्र सरकार 36 37503190
राज्य सरकार 190 335191792
संस्थागत भवन 30 68059474
गेस्ट हाउस 85 17832657
होटल 92 47453628
नर्सिंग होम 125 10387414
स्कूल-कालेज 127 185934045
आरओ प्लांट 01 30020
कुल योग 686 702392220
क्या कहते हैं नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी : नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने कहा कि जिनका गृहकर बकाया है उन्हें नोटिस भेजा जाएगा। पिछले वर्ष से अधिक गृहकर जमा कराया जाए, इसका प्रयास चल रहा है।