Prayagraj Municipal Corporation : यह क्या...शहरियों से जलकल विभाग तो इसी वर्ष से लेने लगा बढ़ा कर
Prayagraj Municipal Corporation शहर के लोगों से बढ़ा जलकल लेने से पार्षदों में आक्रोश है। इस संबंध में उन्होंने महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी को ज्ञापन भी सौंपा।
प्रयागराज, जेएनएन। शहरियों पर जलकल का बोझ अभी से बढ़ गया है। हालांकि अगले वित्तीय वर्ष से ऐसा होना था। नगर निगम कार्यकारिणी समिति की बैठक में हुए निर्णय के बावजूद जलकल विभाग भवन स्वामियों से इसी वर्ष से जलकर वसूल रहा है। इस पर सर्वदलीय पार्षद एवं पूर्व पार्षद संघर्ष समिति ने विरोध जताया है। समिति की ओर से महापौर अभिलाषा गुप्ता से हस्तक्षेप करने काे कहा है।
पार्षदों ने महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी को सौंपा ज्ञापन
शहर के लोगों से बढ़ा जलकल लेने से पार्षदों में आक्रोश है। इस संबंध में उन्होंने महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी को ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से पार्षदों और पूर्व पार्षदों ने कहा है कि कार्यकारिणी समिति की बैठक में यह तय हुआ था कि नया स्लैब निर्धारण होने के बाद आगामी वित्तीय वर्ष से बढ़ा जलकर लिया जाएगा। हालांकि जलकल विभाग इसी वर्ष से बढ़ा जलकर वसूलने लगा है। शिव सेवक सिंह, कमलेश सिंह, अशोक सिंह, आनंद घिल्डियाल, चंद्र प्रकाश गंगा आदि पार्षदों ने महापौर से मांग की है कि जिस तरह गृहकर नहीं बढ़ाया गया उसी तरह इस वर्ष जलकर भी नहीं बढ़ाया जाना चाहिए।
पार्षदों का यह कहना है
पार्षदों ने वर्ष 2014 के पहले से जलकर न जमा करने वाले लोगों के लिए भी पुराने मूल्यांकन और नए मूल्यांकन के बीच के अंतर यानी एरियर की राशि को जमा करने के लिए एक मौका देने की मांग की है। इन सभी का कहना है कि उच्च न्यायालय ने स्पष्ट आदेश पारित किया है कि पूर्ववर्ती तिथि से टैक्स का निर्धारण नियम विरुद्ध है। टैक्स का निर्धारण जिस वित्तीय वर्ष में होता है, उस वित्तीय वर्ष में लागू नहीं होता है। जलकल इसी सत्र से टैक्स लेने लगा है, यह विभाग की मनमानी है।
जलकल विभाग के महाप्रबंधक को जानकारी नहीं है
इस संबंध में आइए जानते हैं कि जलकल विभाग के महाप्रबंधक क्या कहते हैं। जलकल विभाग के महाप्रबंधक हरिश्चंद्र बाल्मीकि का तो कहना है कि उन्हें इस संबंध में जानकारी ही नहीं है।