Move to Jagran APP

Allahabad Museum: संग्रहालय का गेट खुलने के आसार, मंडलायुक्त ने डीएम से मांगी रिपोर्ट

दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में इस तथ्य को उजागर करते हुए खबर प्रकाशित की तो कुछ ही घंटों के बाद मंडलायुक्त संजय गोयल के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त (प्रशासन) एमपी सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कृत कार्यवाही की रिपोर्ट मांग ली।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Thu, 09 Dec 2021 07:30 AM (IST)Updated: Thu, 09 Dec 2021 07:30 AM (IST)
सात महीने से कुंडली मारे बैठे रहे बड़े अधिकारी, कोर्ट के आदेश की अनदेखी

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। इलाहाबाद राष्ट्रीय संग्रहालय का द्वार खुलने के मामले में हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश के आदेश का पालन करने की बजाए जिला प्रशासन के बड़े अधिकारी भी कुंडली मारे बैठे रहे।दैनिक जागरण में बुधवार को प्रकाशित खबर में यह लापरवाही उजागर हुई तो मंडलायुक्त ने आनन फानन जिलाधिकारी से कृत कार्यवाही की रिपोर्ट मांग ली।

loksabha election banner

दैनिक जागरण की खबर का बड़ा असर, संग्रहालय को दिखी उम्मीद की रोशनी

ऐसे में आसार बने हैं कि संग्रहालय के द्वार अब जल्द ही खुलेंगे और आदेश के अनुपालन में अन्य गतिविधियां भी संचालित होंगी तो सरकारी आमदनी के साथ इसमें शोधपरक कार्य भी बढ़ेंगे। पूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति गोविंद माथुर और न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी की खंडपीठ ने जनहित याचिका में सात अप्रैल 2021 को आदेश दिया था कि संग्रहालय के व्यापक प्रचार प्रसार, इसमें शोध परक कार्य, पर्यटकों के वाहन पार्किंग की सुविधा के इंतजाम किए जाएं और 2014 में बंद हो चुके इसके मुख्य द्वार को भी खोला जाए। इस आदेश के अनुपालन में जिला प्रशासन ने रुचि लेने की बजाए कार्यवाही की फाइल ही आगे नहीं बढ़ाई। दैनिक जागरण ने बुधवार के अंक में इस तथ्य को उजागर करते हुए खबर प्रकाशित की तो कुछ ही घंटों के बाद मंडलायुक्त संजय गोयल के निर्देश पर अपर नगर आयुक्त (प्रशासन) एमपी सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर कृत कार्यवाही की रिपोर्ट मांग ली।

अनुस्मारक पर अनुस्मारक

संग्रहालय का मुख्य द्वार खोले जाने के मामले में मंडलायुक्त कार्यालय से जिलाधिकारी कार्यालय तक कई अनुस्मारक (रिमाइंडर) भेजे जा चुके हैं। पूर्व मुख्य न्यायाधीश के हुए आदेश के बाद पहला अनुस्मारक 28 अप्रैल 2021 को, इसके बाद 18 मई, पांच जुलाई, 12 अगस्त और फिर 14 सितंबर को भी भेजा गया। जबकि इलाहाबाद संग्रहालय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए मंडलायुक्त कार्यालय को 19 अप्रैल 2021 को पत्र भेजकर द्वार खोले जाने की अनुमति मांगी थी।

संग्रहालय प्रशासन को बंधी आस

द्वार खुलने के संबंध में मंडलायुक्त कार्यालय की सक्रियता से इलाहाबाद राष्ट्रीय संग्रहालय प्रशासन को उम्मीदों की रोशनी दिखी है। संग्रहालय के वित्त एवं लेखाधिकारी राघवेंद्र सिंह ने कहा है कि द्वार खुल जाएंगे तो उसके कई फायदे भी सामने आएंगे।बताया कि क्रियान्वयन जिलाधिकारी कार्यालय से होना है, उम्मीद है कि जल्द ही प्रशासन कोई सकारात्मक कदम उठाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.