नई दिल्ली, एजेंसी। प्रयागराज के छावनी बोर्ड अस्पताल में 11 साल की एक बच्ची को कई गंभीर चोटों के साथ कैंटोनमेन्ट जनरल हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने जब नाबालिग का इलाज शुरू किया तो उस बच्ची के शरीर पर कई सारे प्रताड़ना के निशान मिले। साथ ही एक्सरे की रिपोर्ट आने के बाद लकड़ी के गुप्तांग में लकड़ी के टुकड़े मिले।

पुलिस ने आरोपित महिला को हिरासत में लिया

बच्ची को जिस महिला ने अस्पताल पहुंचाया, उसका कहना है कि बच्ची को उसने गोद लिया था। नाबालिग की चोटों के बारे में संतोषजनक जवाब न देने के कारण पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ शुरू की।

एक्स-रे से निजी अंगों में चोटों की हुई जानकारी

आरोपी महिला ने डॉ. सिद्धार्थ पांडे को फोन किया और उन्हें जानकारी दी कि 11 साल के बच्ची को भाई-बहन की लड़ाई के दौराना कुछ मामूली सी चोटें आई हैं। अगली सुबह जब डॉक्टर ने बच्ची का एक्स-रे कराया तो उसके निजी अंगों समेत कई पुरानी और नई चोटों के बारे में जानकारी हुई।

बच्ची का हाथ भी टूटा

महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ ने जांच की तो बच्ची के गुप्तांग में लकड़ी के टुकड़े मिले, बच्ची का हाथ टूटा हुआ था साथ ही कई सारी चोटों के निशान मिले। डॉक्टर ने फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, महिला के पति स्कूल में शिक्षक हैं। महिला का कहना है कि उसने कानपुर के एक आश्रय गृह से लड़की को गोद लिया था।

अस्पताल में हो रहा इलाज

बच्ची ने बताया कि उसे नियमित रूप से भूखा रखा जाता था और महिने में 14 दिनों से ज्यादा खाना नहीं दिया गया। पुलिस ने अनुसार, आरोपित महिला को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। साथ ही बच्ची का छावनी बोर्ड अस्पताल में इलाज चल रहा है।

Edited By: Abhishek Pandey