पुलिस की हनक खत्म होने से अपराधगढ़ बना प्रतापगढ़
इन दिनों प्रतापगढ़ जिले में अपराध पर पुलिस रोक नहीं लगा पा रही है। इससे अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। एक ही दिन दोहरा हत्याकांड फिर बैंक डकैती, लूट आदि की घटनाएं हो रही है। -लालगंज में विवाद सुलझाने गए सिपाहियों को पीटा
इलाहाबाद : प्रतापगढ़ में एक दिन में दो डबल मर्डर और दिनदहाड़े हुई बैंक डकैती से यह साबित हो गया है कि यहां खाकी की हनक खत्म हो गई है। तभी तो बैंक में डकैती करके भाग रहे बदमाशों ने टोकने पर हंड्रेड डायल के सिपाहियों पर पिस्टल तान दिया था। शनिवार को लालगंज इलाके में जमीन का विवाद सुलझाने गए सिपाहियों पर हमला बोल दिया गया। यही नहीं, महीने भर पहले व्यापारी से रंगदारी मांगने वाले ने फोन पर एसओ को धमकाया था।
पिछले डेढ़ महीने से जिले के लोग दहशत में जी रहे हैं। इसकी वजह है कि किसी के अंदर खाकी का खौफ नहीं रह गया है। खौफ रहे भी कैसे, रंगदारी न देने पर 25 जुलाई की रात कोहंड़ौर में दुकान में घुसकर व्यापारी श्याममूरत जायसवाल व उनके बड़े भाई श्यामसुंदर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उस घटना में डेढ़ महीने बाद भी एसटीएफ और पुलिस शूटरों को नहीं गिरफ्तार कर सकी है। इससे बदमाशों का हौंसला और बुलंद है। इसके बाद तो रंगदारी मांगने की घटनाओं में बाढ़ आ गई। एक व्यापारी ने रंगदारी मांग रहे बदमाश से फोन पर कोहंड़ौर एसओ से बात कराया तो उसने उन्हें भी धमकी दी।
पूरे अंती गांव में सपा नेता हरिश्चंद्र सिंह की 14 अगस्त, कलानी गांव में राकेश सरोज की 15 अगस्त को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसके बाद आइजी मोहित अग्रवाल ने तीन दिन जिले में कैंप करके सभी थानेदारों को वाहनों की प्रभावी चेकिंग और मुनादी कराने का तरीका बताया तो उसका असर भी दिखा। महीने भर 10 मुंगेर की पिस्टल, 40 तमंचा, एक रायफल, 50 चोरी की बाइक बरामद की गई और 101 लोग गिरफ्तार करके जेल भेज गए। इससे लगभग महीने भर जिले में अपराध थमा रहा।
14 सितंबर को फिर ताबड़तोड़ घटनाओं से एक बार जिला दहल उठा। दिनदहाड़े फिल्मी स्टाइल में घुसे डकैतों ने बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक जगेसरगंज में धावा बोलकर पिस्टल तानकर सभी को बंधक बना लिया। कैशियर समेत अन्य बैंक कर्मियों की पिटाई करके पांच लाख 96 हजार रुपये लूट ले गए। बदमाशों का दुस्साहस देखिए, जगेसरगंज रेलवे स्टेशन के अंडरपास के पास हंड्रेड डायल बाइक के सिपाहियों ने टोका तो बदमाशों ने पिस्टल तान कर धमकी दिया। इसी घटना के घंटे भर बाद अंतू के कुआ गांव में दिनेश प्रताप सिंह व उनकी पत्नी को गोलियों से भून दिया गया। आइजी जगेसरगंज बैंक के बाद कुआ गांव में घटनास्थल का निरीक्षण करके जिला मुख्यालय लौट रहे थे, तभी बाघराय के भिटारा गांव में भीम ङ्क्षसह व उनके ताऊ अरुण ङ्क्षसह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। शनिवार को लालगंज के परसपुर गांव में विवाद सुलझाने गए सिपाहियों पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। इन घटनाओं से यह साफ हो गया है कि लोगों में पुलिस का तनिक भी खौफ नहीं रह गया है।