प्रयागराज में मंडी परिषद की स्टॉल पर आइए, सस्ते दाम पर आलू ले जाइए
आलू के दामों में अचानक आई तेजी की वजह थोक मंडी में इन चीजों की आवक में गिरावट है। कोल्ड स्टोरेज से बाहरी व्यापारियों को आलू और प्याज की सीधे सप्लाई कर दिए जाने से यह समस्या खड़ी हुई थी।
प्रयागराज,जेएनएन। जिले में मंडी परिषद ने लोगों को सस्ते कीमत पर आलू मुहैया कराने के लिए मुंडेरा मंडी में मंगलवार को एक स्टॉल का संचालन शुरू किया। पहले दिन लोगों को ₹20 किलो में आलू बेची गई। बहरहाल, अन्य दिनों में थोक रेट के आधार पर आलू मुहैया कराई जाएगी। दैनिक जागरण में आलू और प्याज की कीमतें बढ़ने संबंधी खबर मंगलवार को प्रकाशित होने के बाद मंडी परिषद ने यह कदम उठाया है। मंडी सचिव रेनू वर्मा के मुताबिक स्टाल बढ़ाए भी जा सकते हैं।
कोल्ड स्टोरेज से बाहरी व्यापारियों को आलू और प्याज की सीधे हो रही थी सप्लाई
आलू और प्याज की कीमत प्रयागराज में आसमान छू रही है। आलू और प्याज के दामों में अचानक आई तेजी की वजह थोक मंडी में इन चीजों की आवक में गिरावट है। कोल्ड स्टोरेज से बाहरी व्यापारियों को आलू और प्याज की सीधे सप्लाई कर दिए जाने से यह समस्या खड़ी हुई थी।
प्रयागराज में यह है आलू और प्याज का रेट
मुंडेरा मंडी में आलू की तो थोक कीमत 30 से 35 रुपये और प्याज की थोक कीमत 40 से 60 रुपये के बीच है। इसकी वजह से सब्जी की फुटकर मंडियों में कहीं आलू 45 तो कहीं 50 रुपये प्रति किलो बिक रही है। इसी प्रकार प्याज भी 65 से 70 रुपये किलो के बीच बिक रही है।
मंडल में 40-50 की जगह चार से छह गाड़ी आलू की ही है आवक
पहले मुंडेरा मंडी में प्रतिदिन 40 से 50 गाड़ी आलू की आवक होती थी। इधर करीब पखवाड़े भर से आलू की आवक बहुत कम हो गई है। व्यापारियों का दावा है कि हर रोज चार से छह गाड़ी आलू ही आ रही है। कमोवेश, यही स्थिति प्याज की भी है।
संचालक किसानों से माल खरीद कर बेच रहे व्यापारियों को
मुंडेरा फल और व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा का कहना है कि जब से सरकार ने किसानों को अपना माल कहीं भी बेचने की छूट दी है। तब से कोल्ड स्टोरेज संचालक किसानों से कोल्ड स्टोरेज पर ही आलू और प्याज कम दामों में खरीद ले रहे हैं और वह बाहरी व्यापारियों से संपर्क करके सीधे माल की आपूर्ति उन्हें कर रहे हैं। इसकी वजह से मंडी में आलू और प्याज की आवक कम हो गई है। इनका कहना है कि पहले किसान अपने माल की आपूर्ति सीधे मंडियों में करता था, जिसकी वजह से आवक की कमी नहीं होने पाती थी। प्रशासन अगर कोल्ड स्टोरेज पर छापेमारी कराए तो कोल्ड स्टोरेज संचालकों की हकीकत सामने आ जाएगी। आलू और प्याज की कीमतें भी गिरेंगी।