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घर में ही था कातिल, सुपारी देकर भाई ने ही कराई थी Pratapgarh Sadar विधायक के चाचा का कत्ल

सदर विधायक राजकुमार पाल के चाचा रामपाल की 21 मार्च को शाम करीब साढ़े सात बजे गांव में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामपाल के छोटे भाई ईश्वरदीन ने दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था

By Ankur TripathiEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 06:08 PM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 06:08 PM (IST)
घर में ही था कातिल, सुपारी देकर भाई ने ही कराई थी Pratapgarh Sadar विधायक के चाचा का कत्ल
पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए शूटर, मृतक के भाई सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रतापगढ़ में सदर विधायक राजकुमार पाल के चाचा राम पाल की हत्या उसके भाई ने ही सुपारी देकर कराई थी। घटना के सात रोज बाद पुलिस ने घटना का पर्दाफाश करते हुए शूटर, मृतक के भाई सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना पुलिस के लिए चुनौती बनी थी।

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लेखपाल के मुंशी के जरिए दी शूटरों को सुपारी

नगर कोतवाली क्षेत्र के पूरे ईश्वर नाथ गांव के रहने वाले सदर विधायक राजकुमार पाल के चाचा रामपाल की 21 मार्च को शाम करीब साढ़े सात बजे गांव में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। रामपाल के छोटे भाई ईश्वरदीन ने दो अज्ञात बदमाशों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इस ब्लाइंड मर्डर के राजफाश के लिए सीओ सिटी की अगुवाई में नगर कोतवाल, एसएसआइ, स्वाट व सर्विलांस टीम लगाई गई थी। घर के लोग किसी से कोई रंजिश नहीं बता रहे थे, इसलिए पुलिस के पास सर्विलांस ही एक मात्र सहारा था। पुलिस ने मृतक के भाई ईश्वरदीन की कॉल डिटेल को खंगाला तो पता चला कि घटना के चार दिन पहले उसने एक नया सिम खरीदा था, जिससे उसकी एक लेखपाल के प्राइवेट मुंंशी नंदलाल यादव उर्फ बेदी यादव पुत्र योगेंद्र यादव निवासी पूरे अंती, अंतू व हरिश्चंद्र यादव से बात होती थी। घटना के तुरंत बाद नंद लाल ने ईश्वरदीन को फोन किया था। इसके पहले नंदलाल की शूटर अफसर पुत्र अनीस निवासी काशीराम कालोनी मुर्गी फार्म से बात हुई थी। यही नहीं, ईश्वरदीन गांव में लोगों से यह चर्चा कर रहा था कि पुलिस शूटर को पकड़ने के बाद उसे फंसा देगी। इन सभी क्लू से पुलिस ने अफसर को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की तो उसने सारा राज उगल दिया।

 

दो साल पहले बेटे की मौत के बाद से रखे था खुन्नस

पुलिस लाइन के सई कांप्लेक्स में प्रेस कांफ्रेंस में रविवार को पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर ने घटना का राजफाश करते हुए बताया कि दो साल पहले ईश्वरदीन के 18 वर्षीय बड़े बेटे की आकस्मिक मौत हो गई थी। उसी दिन उसके बड़े भाई रामपाल ने घर पर दारू मुर्गा की पार्टी दी थी। इस पर ईश्वरदीन को शक हुआ कि रामपाल ने झाड़ फूंक कराकर उसके बेटे को मार डाला और उसे व उसके छोटे बेटे को भी मारना चाहता है। उसने यह बात एक लेखपाल के मुंशी नंदलाल यादव को बताई। नंदलाल ने रामपाल की हत्या शूटर से डेढ़ लाख रुपये में कराने की बात कही। यह बात नंदलाल ने अपने भाई हरिश्चंद्र यादव को बताकर उससे अवैध पिस्टल ली। फिर नंदलाल ने शूटर अफसर व आसिफ निवासीगण काशीराम कालोनी मुर्गी फार्म को रामपाल की हत्या की सुपारी दी और इसके एवज में 50-50 हजार रुपये देने की बात कही। घटना के चार दिन पहले ईश्वरदीन ने नंदलाल को 35 हजार रुपये दिया था और 27 मार्च को दस हजार रुपये नंदलाल को कचहरी में दिया। एसपी ने बताया कि घटना के दिन यानि 21 मार्च को शाम सात बजे से दोनों शूटर रोडवेज बस अड्डे के पास स्थित देशी शराब के ठेके के पास रामपाल का इंतजार कर रहे थे। जैसे ही वह वहां से घर के लिए रवाना हुआ। शूटरों ने पीछा करके गोली मारकर रामपाल की हत्या कर दी। शूटर अफसर, मृतक के भाई ईश्वरदीन, नंदलाल व हरिश्चंद्र को गिरफ्तार करके घटना में प्रयुक्त पिस्टल, बाइक बरामद कर ली गई है। दूसरे शूटर की तलाश की जा रही है। एसपी ने ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करने पर सीओ सिटी अभय पांडेय, कोतवाल रवींद्रनाथ राय, स्वाट टीम प्रभारी प्रमोद सिंह और उनकी टीम की सराहना की।


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