Anamika Shukla : निवास प्रमाणपत्र तो अनामिका का पर नाम है रीना का, गड़बड़़झाले का पता लगा रही पुलिस Prayagraj News
ऐसे में यहां भी अनामिका शुक्ला के मामले की तफ्तीश पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस शिक्षा विभाग के पास मौजूद आवेदन पत्र प्रमाण पत्र समेत दूसरे दस्तावेजों को खंगालेगी।
प्रयागराज, जेएनएन। अनामिका शुक्ला इन दिनों अपनी पहचान की मोहताज नहीं है। भले ही अच्छे काम में नहीं, फिर भी आज अधिकांश लोग उसकी करतूत के विषय में जान चुके हैं। जी हां फजीवाड़ा कर एक साथ कई जगह नौकरी करने वाली अनामिका ने प्रयागराज के सोरांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में भी तैनात थी। भले ही कुछ माह के लिए ही सही। अब जब फर्जी दस्तावेज के जरिए नौकरी पाने के आरोप में उस पर हर जगह कार्रवाई की जा रही है, केस दर्ज किया जा रहा है। ऐसे में यहां भी अनामिका शुक्ला के मामले की तफ्तीश पुलिस ने शुरू कर दी है। पुलिस शिक्षा विभाग के पास मौजूद आवेदन पत्र, प्रमाण पत्र समेत दूसरे दस्तावेजों को खंगालेगी।
बीएसए ने अनामिका के खिलाफ केस दर्ज कराया है
अनामिका शुक्ला के खिलाफ रविवार को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीएसए संजय कुमार कुशवाहा ने कर्नलगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोप है कि अनामिका ने फर्जी दस्तावेज के जरिए नौकरी प्राप्त की और विद्यालय के वार्डन व कार्यालय को गुमराह करते हुए कार्यभार लिया था। पुलिस शिक्षा विभाग के पास मौजूद उस दस्तावेज की भी जांच करेगी, जिसके आधार पर बीएसए ने कहा है कि अनामिका ने जो निवास प्रमाणपत्र लगाया है, वह क्रमांक संख्या के मुताबिक ऑनलाइन जांच में रीना के नाम से निर्गत हुआ था।
अन्य दस्तावेजों की भी पुलिस करेगी जांच
इसी तरह अन्य दस्तावेजों की भी जांच पुलिस करेगी। विद्यालय के वार्डन और कर्मचारियों से पूछताछ की जाएगी कि चार्ज लेते समय कथित अनामिका ने किस तरह गुमराह किया था। सर्व शिक्षा अभियान के समन्वयक से भी पुलिस सवाल-जवाब कर सकती है।
बोले इंस्पेक्टर कर्नलगंज
इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है कि एफआइआर में जिस निवास प्रमाणपत्र व दूसरे दस्तावेज के जरिए धोखाधड़ी व कूटरचना करने की बात कही गई है, उसकी जांच की जाएगी।