दोहरा हत्याकांड : राधा और ठेकेदार के रिश्ते की पुलिस कर रही जांच
प्रतापगढ़ में दोहरे हत्याकांड का राज खोलने व हत्यारों को पकड़ने की कवायद पुलिस कर रही है। संदिग्ध बयानों के आधार पर राधा और ठेकेदार के रिश्ते को भी शक की नजर से देख रही है।
प्रयागराज : प्रतापगढ़ में डबल मर्डर की घटना का राज जानने के लिए पुलिस धर्मेंद्र की पत्नी राधा और ठेकेदार राजू पटेल के रिश्तों की जांच में जुटी है। पुलिस दोनों को पुलिस लाइन में रखकर पूछताछ कर रही है। उधर, सोमवार की रात घर में रहे मजदूर के अलावा राजगीर फरार है। दोनों का मोबाइल बंद है।
ठेकेदार को लेकर विरोधाभासी बयान
सास सरस्वती देवी, बेटा अनमोल की जघन्य हत्या के बाद पहुंची राधा देवी पत्नी धर्मेंद्र गुप्ता सिर्फ यही रट लगाए थी कि उसकी प्रापर्टी को पट्टीदार सुनील हड़पना चाहता था। उसी ने हत्या, लूट कराया है। साथ रहा ठेकेदार राजू पटेल सकपकाया हुआ था। उसके बारे में राधा देवी, उसका पति धर्मेंद्र, बहन चंदा विरोधीभासी बयान दे रहे थे। पूछने पर चंदा कहने लगी कि वह राजू को नहीं जानती है। धर्मेंद्र कहने लगा कि मेरा साला है। राधा ने बताया कि राजू सुल्तानपुर जिले का रहने वाला है। इसी बीच बिस्तर के नीचे राजू का आधारकार्ड मिल गया, जिसमें पता बुआपुर, सोरांव प्रयागराज लिखा था।
ठेकेदार हिरासत में
इन्हीं सब बातों से पुलिस को शक हो गया। पुलिस ने राजू को हिरासत में ले लिया। महिला सिपाहियों बयान के लिए राधा देवी, उसकी बहन चंदा के साथ ही धर्मेंद्र को पुलिस लाइन ले गईं। दोपहर बाद तक बारी-बारी से कोतवाल, सीओ सिटी, एएसपी पूर्वी, एसपी ने राधा और राजू से पूछताछ की। उधर, रात में जो मजदूर दाढ़ी रुका था, वह घर से फरार था। उसे राजगीर भूपेंद्र पासी निवासी कांधरपुर लाया था। दबिश देने पर भूपेंद्र नहीं मिला। दोनों का मोबाइल बंद था।
राधा-राजू के रिश्तों की जांच कर रही पुलिस
सूत्रों के अनुसार राधा की मुलाकात लगभग तीन साल पहले एक वैवाहिक समारोह में राजू से हुई थी। तभी से दोनों में मेलजोल बढ़ा। राधा ने प्रापर्टी का विवाद पट्टीदारों से बताया तो राजू ने मुकदमेबाजी आदि में उसकी काफी मदद की। धर्मेंद्र सीधा-सादा है, इसलिए राधा ने राजू की ही मदद ली। तीन महीने पहले मकान का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो राजू को ही पूरी जिम्मेदारी दी गई। वह लेनदेन करता था। वह धर्मेंद्र के घर रुकने भी लगा। इस बात का राधा की सास सरस्वती देवी विरोध करती थी। इसे लेकर सास-बहू में आए दिन विवाद होता था। इस बिंदु को लेकर पुलिस राधा और राजू के रिश्तों के संबंध में जांच कर रही है।
एसपी ने कहा
एसपी एस आनंद का कहना है कि राधा और राजू पटेल के बारे में जांच चल रही है। राजू का धर्मेंद्र के घर में काफी दखल था। वही पैसे का लेनदेन समेत हर काम करता था।
पहचान लेने के कारण अनमोल को मार डाला
पहचान लेने के कारण हमलावर ने वृद्धा के पौत्र को भी मार डाला। घर के अंदर खून से लथपथ दोनों शवों को देखकर हर किसी का कलेजा कांप गया। फोरेंसिक टीम ने जांच के दौरान नमूना लिया। उधर, लूट का रूप देने के लिए सामान को तितर-बितर कर दिया गया था। घर के अंदर सोमवार की रात सरस्वती देवी दो पौत्र अनमोल (10) व सूरज (5) के साथ सो रही थी। सोते समय किसी वजनदार वस्तु से सरस्वती के सिर पर वार किया गया। खून के छीटें दीवार पर पड़े थे। इसके बाद अंदर ले जाकर सरस्वती को सिर कूचकर मार डाला गया। सिर पर ही अनमोल पर वार किया गया है। दूसरे कमरे में फर्श पर उसका खून से लथपथ शव पड़ा था। जबकि बिस्तर पर सो रहे सूरज को छुआ नहीं गया। इससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अनमोल ने हमलावरों को पहचान लिया होगा, इसलिए उसे मार डाला गया।
लूट दिखाने के लिए सामान तितर-बितर किया
उधर, हमलावरों ने घटना को लूट का विरोध करने पर अंजाम देने का रूप देने के लिए सामान को तितर-बितर कर दिया था। यही नहीं, धर्मेंद्र की पत्नी राधा देवी यही आरोप लगा रही थी कि तकिए के लिहाफ में रखा आठ लाख रुपये, जेवर भी लूट ले गए। घटनास्थल की जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि सरस्वती की कान की बाली फर्श पर पड़ी थी। जांच के दौरान तकिए के लिहाफ में डेढ़ लाख रुपये, अन्य दो जगह से 63 हजार रुपये, 100 ग्राम सोना और साढ़े तीन किलो चांदी का जेवर मिला। एएसपी पूर्वी अवनीश मिश्र का कहना है कि लूट का मामला नहीं है। अगर ऐसी बात होती तो तकिए के लिहाफ में डेढ़ लाख रुपये क्यों हमलावर छोड़ जाते।
घटना के बारे में नहीं बता सका सूरज
घर में रहा सूरज (5) घटना के बारे में कुछ नहीं बता सका। वह काफी सहमा हुआ था। रिश्तेदारों के पहुंचने पर उसने यह बताया कि दादी, भैया के साथ वह घर में सो रहा था। अंदर एक मजदूर सो रहा था।
42 लाख रुपये की बेची थी संपत्ति
धर्मेंद्र गुप्ता का हिस्सा गाजी की मिठाई की दुकान और संजय होटल में भी था। कुछ दिन पहले संजय होटल का हिस्सा उसने 42 लाख रुपये और मिठाई की दुकान का हिस्सा 20 लाख रुपये में बेचा था। इसी पैसे से वह मकान का निर्माण करा रहा है।