पूर्व सांसद अतीक अहमद के नाम दोनाली बंदूक भी, तलाश में जुटी धूमनगंज पुलिस Prayagraj News
इंस्पेक्टर धूमनगंज शमशेर बहादुर ने बताया कि अतीक की बंदूक का लाइसेंस निरस्त कराने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है। बंदूक की तलाश भी चल रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। पूर्व सांसद अतीक और उसके गैंग से जुड़े लोगों की छानबीन के दौरान पुलिस को एक और सुराग मिला है। अतीक अहमद के नाम एक दोनाली बंदूक भी है जिसका लाइसेंस वर्ष 1984 में धूमनगंज थाने की रिपोर्ट पर जारी हुआ था। वर्ष 1985 में दोनाली बंदूक समेत तीन असलहे खुल्दाबाद थाने में जमा हुए थे। एक बंदूक कसारी मसारी निवासी माजिद के नाम थी जबकि दूसरा असलहा किसका है? यह पता नहीं चल सका था। अतीक की बंदूक का लाइसेंस निरस्त भी हुआ था मगर वर्ष 2005 में कोर्ट के आदेश पर उसे थाने से रिलीज कर दिया गया था।
दोनाली बंदूक लाइसेंस निरस्त करने के लिए पुलिस ने भेजी रिपोर्ट
इधर, जब पुलिस ने अतीक से जुड़े शस्त्र लाइसेंस की जांच शुरू की तो निर्वाचन आयोग में दिए गए शपथपत्र को देखा गया। उसमें दिए गए लाइसेंस नंबर के आधार पर पुलिस ने सभी असलहों का मिलान किया तो पता चला कि दोनाली बंदूक गायब है। इंस्पेक्टर धूमनगंज शमशेर बहादुर ने बताया कि अतीक की बंदूक का लाइसेंस निरस्त कराने के लिए जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी है। बंदूक की तलाश भी चल रही है। खुल्दाबाद पुलिस ने मंगलवार को अतीक की रायफल व पिस्टल को उनके दफ्तर से बरामद किया था।
करीबी की रायफल कराई जमा
धूमनगंज पुलिस ने अतीक के करीबी रसूलपुर निवासी असगर की रायफल भी बुधवार को थाने में जमा करा दी। असगर का शस्त्र लाइसेंस भी निरस्त हो चुका है। पुलिस ने मंगलवार को भी तालिब और गुलफुल के दोनों बेटे के शस्त्र जमा करवाए थे। यह कार्रवाई सात लोगों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त होने के बाद की जा रही है।