दस लोगों की हत्या करने वाला सीरियल किलर गिरफ्तार, 40 टीमों को थी तलाश
टेरर का पर्याय बन चुके दस हत्या करने वाला सीरियल किलर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसकी तलाश में 40 टीमें लगी थीं। उसने दस लोगाें को मौत के घाट उतारा था।
प्रयागराज : एक के बाद एक 10 लोगों की हत्या करने का आरोपित सीरियल किलर कलुआ पटेल आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसएसपी ने ऑपरेशन किलर हंट चलाया था, जिसके तहत पुलिस की 40 टीमें लगाई गई थीं।
कलुआ ने 15 वर्ष पूर्व छोड़ दिया था घर
कलुआ उर्फ साईं बाबा उर्फ सुभाष लालापुर थाना क्षेत्र के बसेहरा गांव का निवासी है। वह 15 साल पहले अपना घर छोड़ चुका है। उसके कब्जे से कुल्हाड़ी, चापड़, डंडा व नकदी बरामद हुई है। पुलिस लाइन सभागार में अभियुक्त को मीडिया के सामने पेश किया गया। एसएसपी नितिन तिवारी, एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कलुआ काफी शातिर है। छोटी-छोटी बात पर ही लोगों की हत्या कर देता था। सबसे पहले कीडगंज थाना क्षेत्र स्थित दुर्गा पूजा पार्क में चार जुलाई 2018 को एक युवक व बुजुर्ग की नृशंस हत्या की थी। इसके बाद 27 नवंबर 2018 को परेड में सोते वक्त एक युवक को मौत के घाट उतार दिया था।
पुलिस ने कहा, दो साधुओं की हत्या की फिराक में था
24 दिसंबर 2018 को कलुआ ने कोतवाली थाना क्षेत्र के कोठापार्चा में मजदूर पर धारदार हथियार से हमलाकर हत्या की और फिर 10 जनवरी 2019 को कीडगंज में दुकानदार बसंत केसरवानी का कत्ल किया। 18 जनवरी को दारागंज में तीन अधेड़ पर हमला किया था, जिसमें दो की मौत हो गई और एक का इलाज चल रहा है। इसके बाद कुंभ मेला के अखाड़ा थाना क्षेत्र में एक युवक को मार डाला था। हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में एक संदिग्ध व्यक्ति नजर आया। इस पर एएसपी सुकीर्ति माधव, अमित आनंद, इंस्पेक्टर कीडगंज राजकुमार शर्मा व इंस्पेक्टर दारागंज विनीत सिंह ने क्राइम ब्रांच के साथ कलुआ को दबोच लिया। पुलिस का दावा है कि कलुआ कुंभ के दो साधुओं की हत्या करने की तैयारी में था, लेकिन उसे पकड़ लिया गया।
अभियुक्त ने कहा, साईं बाबा के आदेश पर मारता था
पूछताछ में अभियुक्त ने कहा कि वह साईं बाबा के आदेश पर लोगों का कत्ल करता था। हालांकि पुलिस आरोपित के बयान को मनगढ़ंत मान रही है। एसएसपी ने बताया कि कलुआ छोटी-छोटी बात पर कत्ल करता था। एक रुपये में बीड़ी न देने पर दुकानदार और गांजा न देने पर भिखारियों का उसने कत्ल किया था। जिसकी हत्या करनी होती थी, कलआ कुल्हाड़ी उसी के घर के आसपास जमीन में गाड़ देता था। इसके बाद झोले में डंडा लेकर घूमता था। कीडगंज दोहरे हत्याकांड के दौरान भी पुलिस ने पूछताछ के बाद छोड़ दिया था।