बाढ़ से निपटने को पुलिस और प्रशासन ने बनाई रणनीति Prayagraj News
अभी से जल पुलिस बाढ़ राहत दल पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया है। एनडीआरएफ टीम के सदस्य अजीत सत्येंद्र सौरभ सरोज चंद्रभान चंद्रेश आदि को विशेष निर्देश दिए गए हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। पिछले वर्ष की तरह इस बार बाढ़ से लोगों को परेशान न होना पड़े, इसके लिए जल पुलिस, बाढ़ राहत दल पीएसी और एनडीआरएफ वाराणसी की टीम ने पूरी तैयारी कर ली है। हालांकि, अभी बाढ़ जैसे हालात नहीं आए हैं, लेकिन व्यवस्था को अमलीजामा पहना दिया गया है। कटान से लेकर हर ङ्क्षबदु को टटोला जा रहा है। वर्ष 2019 में आई जबरदस्त बाढ़ के कारण शहर के छोटा बघाड़ा, सलोरी, रसूलाबाद, बेली कछार, राजापुर, झूंसी, अरैल, बलुआघाट, ककरहा घाट समेत कई इलाके प्रभावित हुए थे।
बाढ़ राहत दल पीएसी और एनडीआरएफ की टीम सक्रिय
इसी प्रकार गंगापार और यमुनापार के तटीय क्षेत्रों के गांव भी बाढ़ के चपेट में आ गए थे। शहर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अभी नजर रखी जाने लगी है। संगम, अरैल, रामघाट, दशाश्वमेघ घाट के साथ ही फाफामऊ और श्रृंग्वेरपुर घाट पर चौकसी बरती जा रही है। क्योंकि, यहां कटान अधिक होती है, जिससे खतरा बढ़ जाता है। इसलिए यहां अभी से जल पुलिस, बाढ़ राहत दल पीएसी के जवानों को तैनात कर दिया गया है। एनडीआरएफ टीम के सदस्य अजीत, सत्येंद्र, सौरभ सरोज, चंद्रभान, चंद्रेश आदि को विशेष निर्देश दिए गए हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने को लेकर इनको खास परीक्षण भी दिया गया है। पीएसी के बाढ़ राहत दल प्रभारी रामविलास यादव ने बताया कि बाढ़ राहत दल पीएसी के जवानों को बाढ़ से लोगों को कैसे सुरक्षित बाहर निकालना है इसे लेकर विशेष परीक्षण दिया गया है। इस बार बाढ़ प्रभावित लोगों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद
एनडीआरएफ के टीम कमांडर जगदीश राणा ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम अभी से मुस्तैद हो गई है। बाढ़ आने से जो भी इलाके प्रभावित होते हैं, वहां टीम अभी से नजर रख रही है। मोटर बोट से गंगा-यमुना में भ्रमण कर जायजा लिया जा रहा है।
खास बातें
-15 मोटर बोट जलपुलिस के पास।
-22 सरकारी और 22 प्राइवेट गोताखोर।
-01 प्लॉटून बाढ़ राहत पीएसी दल।
-01 कंपनी एनडीआरएफ की।