पीएम प्रयागराज में पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन स्टापेज की घोषणा कर सकते हैं
पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी से दिल्ली जाने वाली पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन के प्रयागराज स्टापेज की घोषणा अपनी प्रस्तावित जनसभा में कर सकते हैं।
प्रयागराज : अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन 'टी-18Ó पटरी पर रफ्तार भरने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 दिसंबर को प्रयागराज में प्रस्तावित अपनी जनसभा में यहां इसके ठहराव का एलान कर सकते हैं। वाराणसी से दिल्ली तक चलने वाली इस ट्रेन का परिचालन 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर होने की उम्मीद है। इलाहाबाद जंक्शन पर ट्रेन को दो से तीन मिनट का ठहराव मिलेगा। इलाहाबाद के बाद कानपुर में स्टापेज होगा। किराया गतिमान एक्सप्रेस जैसा है। दोनों ट्रेनों का किराया दूरी के अनुरूप बराबर होगा। इसमें फ्लैक्सीफेयर लागू होगा।
138 किमी रफ्तार और वाराणसी-दिल्ली का सफर आठ घंटे में
'टी-18' ट्रेन दिल्ली से वाराणसी की दूरी आठ घंटे में तय करेगी। सुबह छह बजे चलकर दोपहर दो बजे पहुंचेगी, जबकि वाराणसी से दोपहर ढाई बजे रवाना होगी। वहीं प्रयागराज से दिल्ली की दूरी तकरीबन छह घंटे में तय होगी। यह ट्रेन चेयरकार है। बीते दिनों मुरादाबाद रेल मंडल में 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से इसका ट्रायल हुआ है। दिल्ली-कोटा रूट पर यह ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी।
दिल्ली-झांसी पर स्पीड है 160 किमी
वर्तमान में दिल्ली से झांसी के बीच चलने वाली गतिमान एक्सप्रेस की अधिकतम स्पीड मथुरा खंड में 160 किलोमीटर प्रतिघंटा है, लेकिन 'टी-18' इलाहाबाद मंडल में 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेगी।
दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर चलेगी 160 किमी की रफ्तार
दिल्ली-हावड़ा ट्रैक पर 160 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ट्रेनों को चलाने के लिए काम होना है। इसका नोडल उत्तर मध्य रेलवे को बनाया गया है। इसके तहत ट्रैक की मरम्मत, ट्रैक किनारे बाड़ लगाना है, ताकि ट्रैक पर जानवर न आ सकें। इस काम की शुरुआत हो चुकी है, जिसके पूरा होने पर टी-18 पूरी रफ्तार से चल सकेगी।
यह है खास बात
'टी 18' ट्रेन में सभी 16 कोच वातानुकूलित रहेंगे। हर कोच दिव्यांगों की सहूलियत के अनुरूप बने हैं। हर कोच में दिव्यांगों के लिए एक सीट रहेगी। कोच में इंजन की जगह ड्राइवर केबिन होगा। मेट्रो की तर्ज पर ऑटोमेटिक दरवाजे खुलेंगे।