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Pitrupaksha 2020 : ...तो इसलिए परेशान हैं प्रयागराज में आटोमोबाइल व इलेक्ट्रानिक्स के कारोबारी

पितृपक्ष 2020 प्रयागराज में चढ़ते व्यापार पर पित्रपक्ष में ब्रेक लग गया है। इससे कारोबारी परेशान हैं। आटोमोबाइल शोरूमों में तीन दिनों से वाहनों की एक भी बुकिंग नहीं हुई है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 05 Sep 2020 02:06 PM (IST)Updated: Sat, 05 Sep 2020 04:06 PM (IST)
Pitrupaksha 2020 : ...तो इसलिए परेशान हैं प्रयागराज में आटोमोबाइल व इलेक्ट्रानिक्स के कारोबारी
Pitrupaksha 2020 : ...तो इसलिए परेशान हैं प्रयागराज में आटोमोबाइल व इलेक्ट्रानिक्स के कारोबारी

प्रयागराज, जेएनएन। कुछ दिनों से चढ़ते कारोबार पर फिर ब्रेक लग गया है। पितृपक्ष लगने से हर सेगमेंट का व्यापार एकदम प्रभावित हो गया है। लॉकडाउन के बाद से सबसे अच्छा माना जा रहा आटोमोबाइल और इलेक्ट्रानिक्स का व्यवसाय भी इसकी वजह से ठंडा हो गया है। कपड़ा, फर्नीचर, बर्तन का व्यापार आधा घट गया है। फुटवियर का कारोबार तो पहले से ही नहीं चढ़ सका था।

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लॉकडाउन के बाद व्यापार 30 से 40 फीसद तक सिमटा

लॉकडाउन के बाद से आटोमोबाइल और इलेक्ट्रानिक्स कारोबार को छोड़कर लगभग हर सेगमेंट का व्यापार 30 से 40 फीसद तक ही सिमटकर रह गया है। आटोमोबाइल का व्यापार 60 से 65 और इलेक्ट्रानिक्स का व्यापार मई-जून में सौ फीसद तक पहुंच गया था। इधर कुछ दिनों से कपड़े का भी व्यापार चढऩे लगा था। मगर, पितृपक्ष के कारण कारोबार फिर गिर गया है। ज्यादातर आटोमोबाइल शोरूमों में तीन दिनों से वाहनों की एक भी बुकिंग  नहीं हुई। हालांकि, नवरात्र से व्यापार में तेजी आने की संभावना है, क्योंकि त्योहारी सीजन और सहालग के शुरू होने से खरीदारी बढऩे की उम्मीद है।

क्या कहते हैं कारोबारी
आटोमोबाइल कारोबार पहले से ही करीब 35-40 फीसद डाउन है। छोटी गाड़यिों की बिक्री ज्यादा है। लेकिन, पितृपक्ष से एक भी गाड़ी की बुङ्क्षकग नहीं हुई। नवरात्र से कारोबार चढ़ेगा। कंपनियां नई स्कीमें भी ला सकती हैं।  
- मनीष मिश्रा, जीएम टाटा मोटर्स


पितृपक्ष शुरू होने से करीब पांच से 10 फीसद का फर्क पडऩे लगा है। एक-दो दिनों में तस्वीर और साफ हो जाएगी कि कितना फीसद कारोबार डाउन जा रहा है। बहरहाल, एलईडी, मोबाइल, एसी और लैपटॉप की डिमांड ज्यादा है।
- केके श्रीवास्तव, प्रोपराइटर केके सेल्स


इधर कपड़े का कारोबार करीब 40 फीसद तक हो गया था। प्रतिदिन लगभग डेढ़ से दो लाख रुपये की बिक्री हो रही थी। लेकिन, पितृपक्ष के कारण सेङ्क्षलग घटकर लगभग आधी हो गई है।
- सुमित सिंह, प्रोपराइटर सिटी स्टाइल


फुटवियर का कारोबार बिल्कुल डंप पड़ा है। लोग चप्पल, सैंडिल ही खरीद रहे हैं। महंगे आइटम की बिक्री बिल्कुल नहीं है। पितृपक्ष के शुरू होते ही जो बिक्री थी, वह भी खत्म हो गई है।
- सुहैल अहमद, फुटवियर कारोबारी


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