देश व विदेश में बैठे लोग 'संजय दृष्टि' से देख सकेंगे कुंभ लाइव
कुंभ मेला में शाही स्नान का लाइव आनंद देश के कोने-कोने में या फिर विदेश में बैठे लोग भी ले सकेंगे। वर्चुवल रियलिटी से यह संभव हो सकेगा।
प्रयागराज : महाभारत के संजय तो याद होंगे, जो अपनी दिव्य दृष्टि से धृतराष्ट्र को महाभारत का सीधा प्रसारण करते थे। उसी तरह कुंभ में उन लोगों के लिए ऐसी व्यवस्था की जा रही है जो कुंभ में नहीं आ सकते हैं। उनके लिए कुंभ लाइव होगा। यह वर्चुअल रियलिटी (वीआर) से संभव हो सकेगा।
इस बार कुंभ का आकर्षण देखते ही बनेगा। कई मामलों में यह खास होगा। सबसे अहम वर्चुअल रियलिटी होगा। ऐसे में अखाड़ों का शाही स्नान हो अथवा संगम पर दुनिया के सबसे बड़े जन समागम का अद्भुत दृश्य हो, इसे घर से भी लाइव देख सकेंगे। मेले में प्रवचन हो या फिर हठ विद्या ये सब लाइव देखे जा सकेंगे। इसके लिए प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने वर्चुअल रियलिटी के लिए टेंडर निकाला। दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, मुंबई, बेंगलुरू की आठ कंपनियों ने यह सिस्टम लगाने की इच्छा जताई है।
टेंडर के माध्यम से कंपनी होगी तय :
उप मेलाधिकारी राजीव राय ने बताया कि जल्द ही टेंडर के माध्यम से कंपनी तय हो जाएगी। बताया कि इसके लिए मेला क्षेत्र में पांच कियास्क लगाए जाएंगे, जिससे सीधा प्रसारण हो सकेगा और लोग अपने घर अथवा दफ्तर या फिर यात्रा में भी कुंभ का वैभव देख सकेंगे।
ऐसे देख सकते हैं कुंभ लाइव :
कुंभ लाइव के लिए सबसे पहले प्रयागराज मेला प्राधिकरण की वेबसाइट 222.द्मह्वद्वड्ढद्ध.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाना होगा, जिस पर वीडियो चलता मिलेगा। उसे डाउनलोड करना होगा फिर वर्चुअल रियलिटी हेडसेट को आंख पर लगाना होगा। इसके बाद ब्लू टूथ डिवाइस की तरह ही वीडियो और हेडसेट को इंटीग्रेट करना होगा। इसके बाद आप मोबाइल, लैपटॉप अथवा डेस्क टॉप पर कुंभ लाइव देख सकेंगे।
मेला प्राधिकरण को भी होगा लाभ :
इससे प्रयागराज मेला प्राधिकरण को भी आर्थिक लाभ मिल सकेगा। दरअसल, प्राधिकरण वीआर हेडसेट की 299 रुपये में ऑनलाइन बिक्री करेगा।
क्या है वर्चुअल रियलिटी :
तकनीक की दुनिया में वर्चुअल रियलिटी की बड़ी चर्चा है। यह मनोरंजन की दुनिया में क्रांति है। कई कंपनियां बड़ी रकम लगाकर वीआर हेडसेट तैयार कर रही हैं। इसमें हेडसेट और मोबाइल के जरिए आप फिल्म देखते हैं, या गेम खेलते हैं तो उस दौरान आपको ऐसा एहसास कराया जाता है कि आप उस जगह पर मौजूद हैं, जहां वो घटनाएं हो रही हैं। आमतौर पर हम फिल्म देखते हैं तो सामने स्क्रीन पर तस्वीरें चलती-बोलती नजर आती हैं। मगर वर्चुअल रियलिटी में आप हेडसेट लगाकर मोबाइल पर ऐसा एहसास करते हैं मानो आप जो तस्वीरें देख रहे हैं, उन्हीं के इर्द-गिर्द हैं। इसमें सोलह कैमरों की मदद से वीडियो बनाया जाता है। फिर इसे ग्राफिक्स वगैरह डालकर वर्चुअल रियलिटी तकनीक से देखने के लिए तैयार किया जाता है। इसमें आप खुद से भी तस्वीरों का एंगल बदल सकते हैं और उन्हें ऊपर या नीचे कर सकते हैं। इसका तजुर्बा लोगों के लिए एकदम नया है।
कुंभ में वर्चुअल रियलिटी बेहद खास होगा। इससे किसी भी देश में बैठकर कुंभ के वैभव को मोबाइल अथवा लैपटॉप पर देखा जा सकेगा। इसके लिए तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
-विजय किरन आनंद, कुंभ मेलाधिकारी।