पीएम के प्रयागराज आगमन पर सुस्त मेट्रो प्रोजेक्ट की रफ्तार बढ़ने की जगी आस
सुस्त मेट्रो प्रोजेक्ट बनने का शहरवासी इंतजार कर रहे हैं। इसे लेकर लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रयागराज आगमन पर उम्मीद है।
प्रयागराज : शहरवासी पिछले साढ़े तीन साल से संगम नगरी में मेट्रो बनने का इंतजार कर रहे हैं। मेट्रो रूट के लिए दो बार सर्वेक्षण हो चुका है। एक बार डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) भी बन चुकी है। लेकिन दोबारा से डीपीआर बनाने का काम एक साल से अधिक का समय से हो रहा है, जो अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। 16 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झूंसी के अंदावा में संगम नगरी में साढ़े तीन हजार करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। ऐसे में लोगों को आस है कि पीएम के आगमन से मेट्रो प्रोजेक्ट की सुस्त चाल को रफ्तार मिलेगी।
सपा सरकार में हुई थी मेट्रो की घोषणा
प्रदेश में जब समाजवादी पार्टी की सरकार थी, तब संगम नगरी में मेट्रो बनाने की घोषणा हुई थी। अखिलेश सरकार में मेट्रो रूट के लिए सर्वेक्षण हुआ। उसका डीपीआर भी तैयार हुआ, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद प्रोजेक्ट की रफ्तार धीमी हो गई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे रफ्तार देने की कोशिश की, लेकिन कुंभ के कार्यों के कारण ऐसा नहीं हो सका।
सीएम भी कर चुके हैं वादा
शहर में मेट्रो रूट के लिए दोबारा सर्वेक्षण कराया गया, लेकिन अभी तक इसकी रिपोर्ट तैयार नहीं हो सकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ घोषणा कर चुके हैं कि कुंभ के पश्चात मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा, लेकिन ऐसा लग नहीं रहा है।
पहले चरण में 42 किलोमीटर दौड़ेगी मेट्रो
प्रयागराज में मेट्रो का काम तीन चरण में होना है। पहले चरण में बमरौली से लेकर अंदावा और नैनी से लेकर शांतिपुरम तक कुल 42 किलोमीटर मेट्रो बनेगी। इस रूट पर 40 स्टेशन रहेंगे। दूसरे चरण में इलाहाबाद हाईकोर्ट से लेकर एमएनएनआइटी तक 7.5 किलो मीटर मेट्रो बनेगी। तीसरे चरण में मेट्रो को ग्रामीण क्षेत्र से जोड़ा जाएगा। अंदावा से भागीपुर (सरायइनायत) 7.5 किलोमीटर, नैनी से करछना आठ किलोमीटर और शांतिपुरम से कसारी (नवाबगंज) 8.5 किलोमीटर मेट्रो बनेगी।