इंडो नेपाल जूनियर ओपेन कराटे में प्रतिभागियों ने जीता रजत पदक Prayagraj News
रोहित ने शनिवार को सेमीफाइनल के पहले राउंड में भारत के ही ध्रुव और दूसरे राउंड में अभिनव को हराकर फाइनल में जगह बनाई। फाइनल में नेपाल के शिखर श्रेष्ठ को 7-5 से हराकर रजत पदक जीता।
प्रयागराज,जेएनएन : उत्तराखंड (हल्द्वानी) के इंदूर स्टेडियम में दो दिवसीय आयोजित छठवें जूनियर इंडो नेपाल इंटरनेशनल ओपन कराटे चैंपियनशिप के फाइनल में नेपाल के बच्चों को हराकर पड़ोसी जनपद कौशांबी के पूर्व माध्यमिक विद्यालय चायल के दो छात्रों ने रजत पदक जीत कर जनपद का मान बढ़ाया है।
चायल कस्बा के सरैंया डीहा निवासी बच्चालाल और शिवराम ईंट भठ्ठा में मजदूरी करते हैं। बच्चालाल का बेटा दानू कक्षा आठ और शिवराम का पुत्र रोहित कक्षा छह के छात्र हैं। दानू और रोहित कहते हैं कि पदक अपने कोच सुरेश चंद्र के प्रयास से जीते हैं, जो पूर्व माध्यमिक विद्यालय चायल में खेलकूद के अध्यापक हैं। उनकी कड़ी मेहनत और प्रयास से सफलता मिली है।
कोच को समर्पित किया पदक :
तीन भाई और तीन बहनों में सबसे छोटे दानू ने बताया की उनके बड़े भाई महाराष्ट्र राज्य के पुणे में मजदूरी करते हैं। दूसरे नंबर के भाई मानू ने पहले ही कानपुर के ग्रीनपार्क में आयोजित राष्ट्रीय जूनियर कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीत चुके हैं। जबकि बहन परिषदीय स्कूल चायल में ही पढ़ती हैं। कोच सुरेश चंद्र ने उसके अच्छे प्रदर्शन से हल्द्वानी में होने वाले इंटरनेशल जूनियर इंडो नेपाल ओपन कराटे चैंपियनशिप के 10 से 11 वर्ष आयु में रोहित ने शनिवार को सेमीफाइनल के पहले राउंड में भारत के ही ध्रुव और दूसरे राउंड में अभिनव को हराकर फाइनल में जगह बनाई। रविवार को फाइनल में नेपाल के शिखर श्रेष्ठ को 7-5 से हराकर रजत पदक जीत लिया। जबकि 12 से 13 वर्ष की आयु में दानू ने फाइनल राउंड में नेपाल के विवेक सुनार को 5-4 से हराकर रजत पदक पर कब्जा कर लिया। दोनो छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय इंडो नेपाल चैंपियनशिप में मिले रजत पदक को अपने कोच सुरेश चंद्र को समर्पित कर दिया।