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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के KPUC व Holland Hall हॉस्टल अंत:वासियों में विवाद, अब सात और छात्र निलंबित Prayagraj News

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के हॉलैंड हॉल और केपीयूसी के छात्रों के बीच विवाद बढ़ता जा रहा है। एक-दूसरे हॉस्‍टल में फायरिंग व बमबाजी मामले में अब तक कई छात्र निलंबित हो चुके हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 11:34 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 11:34 AM (IST)
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के KPUC व Holland Hall हॉस्टल अंत:वासियों में विवाद, अब सात और छात्र निलंबित Prayagraj News
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के KPUC व Holland Hall हॉस्टल अंत:वासियों में विवाद, अब सात और छात्र निलंबित Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के केपीयूसी और हॉलैंड हॉल हॉस्टल के अंत:वासियों के बीच का विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब हॉलैंड हॉल के अंत:वासी छात्र आनंद सिंह सेंगर ने हॉस्टल में घुसकर फायरिंग और बमबाजी करने का आरोप लगाया है। इविवि प्रशासन ने केपीयूसी हॉस्टल के सात छात्रों को निलंबित किया है। स्पष्टीकरण के लिए 17 दिसंबर तक की मोहलत दी है।

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केपीयूसी के अंत:वासी की शिकायत पर नौ छात्रों हो चुके हैं निलंबित

हॉलैंड हॉल के अंत:वासी छात्र आनंद सिंह सेंगर ने बताया कि मंगलवार की शाम कुछ लोग केपीयूसी हॉस्टल में घुसकर पिस्टल लहराते हुए बम से मारने की धमकी दी थी। केपीयूसी के अंत:वासी की शिकायत पर नौ छात्रों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। अब हॉलैंड हॉल के अंत:वासी आनंद सिंह सेंगर ने चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राम सेवक दुबे से लिखित शिकायत की कि केपीयूसी के छात्रों ने गुरुवार भोर करीब तीन बजे कमरा नंबर 35 और 36 के बीच बमबाजी की। इसके बाद हर्ष फायरिंग करते हुए भाग निकले।

इन छात्रों को किया गया निलंबित

इविवि प्रशासन ने केपीयूसी के हरिशरण सिंह, अत्येंद्र प्रताप सिंह, अजीत शुक्ल, मानस कृष्ण पांडेय, अमृतेश गुप्ता, अभिषेक द्विवेदी और सुनील केसरवानी को निलंबित कर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस बारे में इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है कि हॉलैंड हास्टल में फायङ्क्षरग व बमबाजी की सूचना उन्हें नहीं दी गई है। 

...प्लीज सर, घर नोटिस मत भेजिए

हॉलैंड हॉल के अंत:वासी आनंद सिंह सेंगर ने निलंबन की कार्रवाई का विरोध किया है। उसने साथियों संग चीफ प्रॉक्टर कार्यालय पहुंचकर अपना पक्ष रखा। आनंद ने बताया कि वह घटना के वक्त नहीं थे। उन्हें फंसाया जा रहा है। इसकी जांच कराई जा सकती है। उन्होंने चीफ प्रॉक्टर प्रोफेसर राम सेवक दुबे से कहा कि प्लीज सर, घर नोटिस मत भेजिए...। इसके बाद ज्ञापन सौंपा।


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