योग से खुली रोजगार की राहें, छात्र लगा रहे दाखिले पर 'ध्यान'
योग को लेकर युवाओं में क्रेज अधिक है। रोजगारपरक कोर्स बीमारी के साथ ही आपके जेब की तंगहाली भी दूर करेगा। उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि में योग कोर्स में दाखिले को मारामारी है।
प्रयागराज, जेएनएन। योग न सिर्फ रोग बल्कि आपकी तंगहाली को भी दूर कर देगा। योग के बढ़े क्रेज और इससे पैदा हो रहे रोजगार के अवसरों को तो देखकर यही कहा जा सकता है। चुस्ती के साथ यह आपकी आर्थिक स्थिति को पटरी पर ला रहा है। यही वजह है कि पिछले दो साल से योग में दाखिले को लेकर मारामारी है।
राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में 2017 में योग कोर्स की हुई शुरूआत
दरअसल, उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में वर्ष 2017 में योग कोर्स की शुरूआत हुई। पहले साल डिप्लोमा इन योग में 4249 विद्यार्थियों ने दाखिले लिया। सत्र 2018-19 में यह संख्या बढ़कर 7475 हो गई। इसी तरह, पीजी डिप्लोमा इन योग में शैक्षणिक सत्र 2017-18 में 9550 ने दाखिला लिया था। सत्र 2018-19 में दाखिले में मारामारी मची और यह संख्या 24 हजार 804 पहुंच गई। इसी तरह, छह माह के सर्टिफिकेट कोर्स में सत्र 2017-18 में 885 और 2018-19 में कुल 153 ने दाखिला लिया। शैक्षणिक सत्र 2019-20 में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू हो गए हैं।
अब योग में परास्नातक की होड़
योग में रोजगार की तमाम संभावनाओं को देखते हुए इसका क्रेज बढ़ता ही जा रहा है। यही वजह है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मुक्त विश्वविद्यालय को एमए इन योग की पढ़ाई कराने की अनुमति दे दी है। ऐसे में मुक्त विश्वविद्यालय सूबे का पहला ऐसा संस्थान हैं, जहां पर योग में परास्नातक की पढ़ाई की जा सकेगी।
बोले, मुक्त विवि के प्रवेश प्रभारी
उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि के प्रवेश प्रभारी डॉ. आरपीएस यादव ने बताया कि 2019-20 में प्रवेश के लिए आवेदन आ रहे हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 31 अगस्त है।
कब कितने हुए दाखिले
2017-18 (जुलाई सत्र)
डिप्लोमा इन योग 3714
पीजी डिप्लोमा इन योग 7747
सर्टिफिकेट कोर्स इन योग 839
2017-18 (जनवरी सत्र)
डिप्लोमा इन योग 535
पीजी डिप्लोमा इन योग 1803
सर्टिफिकेट कोर्स इन योग 46
2018-19 (जुलाई सत्र)
डिप्लोमा इन योग 6640
पीजी डिप्लोमा इन योग 21824
सर्टिफिकेट कोर्स इन योग 141
2018-19 (जनवरी सत्र)
डिप्लोमा इन योग 835
पीजी डिप्लोमा इन योग 2980
सर्टिफिकेट कोर्स इन योग 12
उप्र राजर्षि टंडन मुक्त विवि के कुलपति ने कहा
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय प्रयागराज के कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह कहते हैं कि योग व्यक्ति के संपूर्ण विकास से जुड़ा पाठ्यक्रम है। इसमें रोजगार के भी सुनहरे अवसर हैं। यह रोजगार के अलावा स्वास्थ्य का भी विषय है। रोजगार नहीं बल्कि लोगों की चेतना और जागरुकता ने भी इस योग में दाखिले की संख्या बढ़ाई है।
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