प्रयागराज मंडल में सिर्फ 50 फीसद बच्चों को ही मिल सका खाद्यान्न और कन्वर्जन मनी
प्रयागराज के विद्यालयों में कुल पंजीकृत 496112 विद्यार्थियों में 256512 को खाद्यान्न मिला है। जबकि 234318 विद्यार्थियों के खाते में कन्वर्जन मनी पहुंची है।
प्रयागराज, जेएनएन। मध्याह्न भोजन योजना के तहत आने वाले प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों को खाद्यान्न व कन्वर्जन मनी का वितरण शत फीसद नहीं हुआ। प्रयागराज मंडल में 50 फीसद को ही लॉकडाउन और ग्रीष्मावकाश का खाद्यान्न मिला व कन्वर्जन मनी (परिवर्तन लागत) भी 50 फीसद के खाते में भेजी गई। तमाम अभिभावकों के खाता नंबर अभी उपलब्ध नहीं हुए हैं।
256512 को खाद्यान्न मिला, 234318 विद्यार्थियों के खाते में कन्वर्जन मनी पहुंची
प्रयागराज जिले में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कुल पंजीकृत 496112 विद्यार्थियों में 256512 को खाद्यान्न मिला है जबकि 234318 विद्यार्थियों के खाते में कन्वर्जन मनी पहुंची है। कौशांबी में पंजीकृत 180539 विद्यार्थियों में 112868 को खाद्यान्न मिला और 59485 के खाते में कन्वर्जन मनी पहुंची। प्रतापगढ़ में 284291 विद्यार्थियों का पंजीकरण जिसमें 85852 को खाद्याान्न मिला जबकि 56047 के खाते में रकम पहुंची। फतेहपुर में पंजीकृत 267061 विद्यार्थियों मेंं 131030 को खाद्यान्न मिला और 100417 के खाते में कन्वर्जन मनी पहुंची। बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि निर्देशों के अनुसार ही खाद्यान्न व कन्वर्जन मनी खाते में भेजी जा रही है। विवरण प्रेरणा पोर्टल पर है। जल्द ही सभी विद्यार्थियों के खाते में यह रकम भेजी जाएगी। खाद्यान्न वितरण भी सुनिश्चित कराया जा रहा है।
खाता संख्या नहीं मिलने से हो रही है दिक्कत
प्रधानाध्यापकों का कहना है कि अभिभावकों का खाता नंबर न मिलने से कठिनाई हो रही है। वैचारिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. ज्ञान प्रकाश सिंह ने कहा कि कोरोना काल में कन्वर्जन मनी खाते में भेजने के स्थान पर उतने मूल्य का खाद्यान्न विद्यार्थियों को उपलब्ध कराए तो सहूलियत होती।
76 दिन के खाद्यान्न, कन्वर्जन मनी का वितरण
अपर मुख्य सचिव रेणुका कुमार की तरफ से जारी पत्र में कहा कि लॉकडाउन व ग्रीष्मावकाश की अवधि 76 दिन का खाद्यान्न व कन्वर्जन मनी का वितरण करना है। प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के खाते में 374 और उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों के खाते में 561 रुपये भेजने हैं।