दबे पांव चढ़ गए प्याज के भाव, आलू और इतराया, जानिए क्यों बढ़े सब्जियों के दाम Prayagraj News
मुंडेरा व्यापार मंडल अध्यक्ष के मुताबिक भारी बारिश के चलते मंडियों में सब्जी की आपूर्ति घटी है। आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में भारी बारिश के कारण प्याज की तैयार फसल खराब होने से प्याज के दाम में भी तेजी आई है।
प्रयागराज,जेएनएन। सब्जियों में अब तक नरम चल रही प्याज की कीमतों में भी बढ़ोतरी हो गई है। सब्जियों के राजा आलू के भी तेवर तीखे हैं। थोक में भले ही टमाटर सस्ता हुआ हो लेकिन फुटकर कीमतों में कोई कमी नहीं आई है। बारिश के कारण मंडी में सब्जियों की आवक भी पहले जैसी नहीं है। थाली से हरी सब्जियां भी गायब हो रही हैं।
मुंडेरा व्यापार मंडल अध्यक्ष के मुताबिक भारी बारिश के चलते मंडियों में सब्जी की आपूर्ति घटी है। इसके अलावा आलू की नई फसल में देरी की आंशका से भी कीमतों में इजाफा हो रहा है। आंध्रप्रदेश और कर्नाटक में भारी बारिश के कारण प्याज की तैयार फसल खराब होने से प्याज के दाम में भी तेजी आई है। हरी सब्जियों की कीमत में भी करीब सवा से डेढ़ गुना की बढ़ोत्तरी हो गई है। तुलसीपुर निवासी मोनिका आहुजा, शिवकुटी की नीतू मिश्रा और झूंसी की कुमुद तिवारी का कहना है कि सब्जियों के बढ़ते दाम से रसोई का बजट बिगड़ रहा है। पिछले दो तीन दिनों में कीमतें तेजी से बढ़ी हैं।
थोक और फुटकर में दो गुने का अंतर
सब्जियों के थोक और फुटकर कीमतों में दो से ढाई गुना का अंतर है। टमाटर के थोक रेट में करीब 20 रुपये प्रति किलो की कमी आई है। लेकिन फुटकर में टमाटर अब भी 60 रुपये किलो है। फूलगोभी की फसल विलंब होने के कारण इसका रेट ज्यादा है। थोक में 12 से 17 रुपये में और फुटकर में 30 रुपये में फूलगोभी बिक रही है। मुंडेरा फल एवं व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश कुशवाहा ने बताया कि बारिश के कारण हरी सब्जियां बर्बाद हो गई हैं। इससे चार-पांच दिनों से सब्जियों में बहुत तेजी आ गई है। नई फसल तैयार होने तक दाम घटने के आसार नहीं हैं।
सब्जियां- कीमत (थोक में) रेट (फुटकर में)
परवल - 40 - 80
भिंडी- 25 - 40
करेला- 20 - 50
कद्दू - 12 - 40
बैगन - 20 - 40
प्याज - 30 - 50
नोट: रेट रुपये प्रति किग्रा.