कुंभ में शिविर लगाने के लिए 1600 संस्थाओं ने किया आवेदन
व्यापक प्रचार के कारण यहां सेवा भाव और संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए बड़ी संख्या में संस्थाएं आने की इच्छुक हैं।
प्रयागराज : संगम तट पर लगने वाले आस्था के कुंभ में एक पावन डुबकी लगाने को पूरा देश आतुर है। इसका अनुमान इससे लगता भी है कि अभी से ही 1600 संस्थाओं ने कुंभ में अपने शिविर लगाने के लिए आवेदन कर दिया है। इसमें से कई ऐसे संगठन हैं जो पहली बार कुंभ में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में होने वाले कुंभ-2019 को अद्वितीय बनाने में जुटे हैं। इसके लिए विश्व के सभी देशों के अलावा भारत के सभी गांवों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। व्यापक प्रचार के कारण यहां सेवा भाव और संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए बड़ी संख्या में संस्थाएं आने की इच्छुक हैं। इतने बड़े पैमाने पर आमंत्रण के कारण ही कुंभ क्षेत्र का दायरा भी काफी बढ़ाया गया है।
कुंभ में जो संस्थाएं जमीन लेना चाहती हैं, उनसे 15 नवंबर तक आवेदन मांगे गए हैं, लेकिन 31 अक्टूबर तक ही करीब 1600 संस्थाओं ने आवेदन भेज दिए हैं। कुछ संस्था के प्रमुख खुद आए हैं तो कुछ ने अपने प्रतिनिधियों के जरिए आवेदन किया है, क्योंकि मेला प्रशासन अभी केवल ऑफलाइन आवेदन ही जमा कर रहा है। मेले के अफसरों ने कहा कि अब आवेदन की प्रक्रिया और तेज होगी। लग रहा है कि बीते कुंभ के मुकाबले इस बार काफी अधिक आवेदन आएंगे। विहिप ने मांगी डेढ़ गुना जमीन :
विश्व ¨हदू परिषद प्रयाग की धरा से इस बार राममंदिर का नारा बुलंद करना चाहती है। इसलिए उसने व्यापक कार्यक्रम तैयार कर इस बार मेला प्रशासन से 15 एकड़ जमीन की मांग की है। इससे पूर्व उसे केवल दस एकड़ जमीन ही मिलती थी। इस बार किन्नर अखाड़े ने भी आठ एकड़ जमीन की मांग की है। इसके अलावा डॉ. प्रवीण तोगड़िया के संगठन अन्तर्राष्ट्रीय ¨हदू परिषद, स्वामी डा. रामविलास वेदांती और नेत्रकुंभ जैसी कई संस्थाओं ने पहली बार जमीन के लिए आवेदन किया है।