स्वच्छता का संदेश देगी रेलवे ट्रैक के किनारे की नर्सरी Prayagraj News
भारतीय रेलवे पिछले कई सालों से स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रहा है। स्टेशन परिसर और ट्रेनों में साफ-सफाई की व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। अब ट्रैक किनारे नर्सरी लगाई जाएगी।
प्रयागराज, जेएनएन। लोगों को स्वच्छता का संदेश देने के लिए रेलवे नई पहल कर रहा है। रेलवे स्टेशन के आसपास और रेलवे ट्रैक के किनारे जहां सबसे ज्यादा गंदगी होती है, वहां पर पौधों की नर्सरी लगाई जाएगी, ताकि लोग इससे प्रेरणा लें। ट्रेन में सफर करते हुए उन्हें रेलवे ट्रैक के किनारे हरियाली दिखाई दे। इसकी शुरुआत इलाहाबाद मंडल में कानपुर, मीरजापुर और अलीगढ़ स्टेशन से होगी।
नर्सरी में टफन बेनिया, कोटन, मोर पंख जैसे पौधे तैयार होंगे
भारतीय रेलवे पिछले कई सालों से स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रहा है। स्टेशन परिसर और ट्रेनों में साफ-सफाई की व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। अब रेलवे स्टेशन के आसपास और रेलवे ट्रैक के किनारे नर्सरी लगाने की योजना है। इंजीनियरिंग विभाग नर्सरी में टफन बेनिया, कोटन, मोर पंख, गुलदाउदी जैसे पौधे तैयार करेगा। उन्हें गमलों में लगाकर कार्यालयों, रेलवे स्टेशन परिसर और पार्क में रखा जाएगा। इन पेड़ों से निकलने वाले फूल की खुशबू से वहां का माहौल तो बदलेगा ही, साथ ही आकर्षण भी बढ़ेगा।
बोले इलाहाबाद मंडल के डीआरएम
इलाहाबाद मंडल के डीआरएम अमिताभ का कहना है कि कानपुर, मीरजापुर और अलीगढ़ में जहां पर नर्सरी बनाई जा रही है, वहां पर अभी तक बड़ी गंदगी थी। नर्सरी लगाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोग स्वच्छता के लिए प्रेरित हों।
नर्सरी में होंगे विभिन्न प्रकार के पौधे
अलीगढ़ स्टेशन के पास 250 वर्ग मीटर में नर्सरी बनाई जाएगी। इसमें अमरूद, परसियन शील्ड, बेबीकोटान, कोराना के पौधे तैयार किए जाएंगे। सात लाख की लागत से नर्सरी तैयार होगी। मीरजापुर स्टेशन के पास 56 वर्ग मीटर में नर्सरी लगाई जाएगी। उसमें टफन बेनिया, कोटन, अरोलिया, साइयोनियम, मोर पंख, गेंदा, गुलदाउदी के पौधों तैयार होंगे। इसपर सिर्फ आठ हजार रुपये खर्च होंगे। कानपुर में चंदारी के पास 45 वर्ग मीटर में नर्सरी बनेगी। यहां पर हमेलिया, चाईना पाम, मंडेला, एक्जोरा, डबल चांदनी, किसमन, जूही, हरसिंगार के पौधे तैयार किए जाएंगे। नर्सरी को तैयार करने में तीन लाख रुपये खर्च होंगे।