Allahabad University : बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट की NSUI ने मांग की Prayagraj News
एनएसयूआइ के राष्ट्रीय समन्वयक ने कहा कि विद्यार्थियों को औसतन प्राप्तांक देकर प्रमोट किया जाए। इससे स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे।
प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन में फंसे इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट करने की मांग तेज होने लगी है। अब नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) के राष्ट्रीय समन्वयक जितेश मिश्र ने कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी को पत्र लिखा है।
एनएसयूआइ के राष्ट्रीय समन्वयक ने कहा
एनएसयूआइ के राष्ट्रीय समन्वयक ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय में लगभग कक्षाएं ऐसी हैं, जिनमें ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हुई। मध्यम और निम्न वर्ग से आने वाले ज्यादातर छात्र पढ़ते हैं जिनके पास इंटरनेट की व्यवस्था नहीं है। स्नातक प्रथम व द्वितीय वर्ष के परीक्षार्थियों को बिना परीक्षा के प्रमोट करने की मांग की। तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को औसतन 55 फीसद और 10 फीसद अतिरिक्त प्राप्तांक देकर प्रमोट किया जाए। इससे स्नातक तृतीय वर्ष के छात्र अन्य विश्वविद्यालय में प्रवेश ले सकेंगे।
लॉकडाउन में फंसे छात्रों को प्रमोट करने को छात्रनेता की भी मांग
लॉकडाउन में फंसे इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा अगली कक्षा में प्रमोट करने की मांग छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को की थी। उन्होंने कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर आरआर तिवारी को पत्र लिख कर कहा था कि ऐसा करने से नए सत्र की समय से शुरुआत की जा सकेगी।
आटा के अध्यक्ष भी कार्यवाहक कुलपति को लिख चुके हैं पत्र
वहीं इसके पूर्व इसके पूर्व इलाहाबाद विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (आटा) के अध्यक्ष प्रोफेसर राम सेवक दुबे ने भी कार्यवाहक कुलपति को पत्र लिखा था। उन्होंने मांग की थी कि स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को द्वितीय वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों को तृतीय वर्ष में प्रमोट कर दिया जाए। साथ ही सुझाव दिया कि प्रथम वर्ष के किसी छात्र को द्वितीय वर्ष में प्रमोट किया जाता है तो उसे द्वितीय वर्ष की आगामी परीक्षा में जो अंक मिलें, उसी आधार पर प्रथम वर्ष के अंक निर्धारित किए जाएं।
इविवि में आज से ग्रीष्मकालीन अवकाश
इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) में शुक्रवार से ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया। इस बार अवकाश 22 मई से 21 जून तक रहेगा। भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एक जून को इविवि के सभी दफ्तर खुल जाएंगे। हालांकि, इस अवधि में जरूरी कार्यालय खुले रहेंगे। इविवि के रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने बताया कि एकेडमिक कैलेंडर के मुताबिक 10 मई से 30 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश निर्धारित था। 12 जुलाई 2019 को ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी थी। हालांकि, कोरोना महामारी के चलते कैलेंडर भी प्रभावित हुआ है। 24 मार्च को देशभर में संपूर्ण लॉकडाउन घोषित कर दिया गया। अब देश में लॉकडाउन का चौथा चरण लागू है। अब इविवि के शिक्षकों के लिए 22 मई से 21 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश रहेगा।