Kumbh Mela: पहले पांटून पुल के लिए आया पीपा डूबा, अब टूट रहा पीपे का चुल्ला
कुंभ मेला अभी शुरू नहीं हुआ, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आने लगी है। यह लापरवाही कुंभ में हादसे का कारण भी बन सकती है।
प्रयागराज (जेएनएन)। कुंभ मेला अभी शुरू नहीं हुआ, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आने लगी है। यह लापरवाही कुंभ में हादसे का कारण भी बन सकती है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बावजूद हर काम में खानापूर्ति हो रही है, जिसकी झलक पांटून पुल निर्माण में दिख रही है। गुणवत्ता विहीन बने पीपा गंगा में रखते ही डूब रहे हैं, जबकि कई का चुल्ला हल्का सा खींचने पर टूट रहा है। अधिकतर पीपा बिना पेंट किए ही गंगा में लगाए जा रहे हैं।
कुंभ मेला क्षेत्र में गंगा व यमुना में 75 करोड़ की लागत से 22 पांटून पुल बनने हैं। इसके लिए 1211 पीपे नए बनाए जा रहे हैं। पीपा बनाने का काम लोक निर्माण विभाग का विद्युत यांत्रिक खंड कर रहा है, लेकिन नए पीपों की गुणवत्ता खराब नजर आ रही है। गुरुवार को छेद होने पर एक पीपा गंगा में डूब गया, जबकि शुक्रवार को त्रिवेणी रोड पर बन रहे पांटून पुल में लगने वाले आधा दर्जन पीपों का चुल्ला टूट गया। अधिकारियों ने कुछ पीपे को बदल दिया। यहां गौर करने वाली बात यह है कि चुल्ला में ही लंगर फंसाकर पांटून पुल बनाया जाता है, जो पानी के बहाव से पुल को बचाए रखता है। ऐसे में अगर मेला के दौरान चुल्ला टूट गया तो बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं पीपा का निर्माण कराने वाले विद्युत यांत्रिक खंड के अधिशाषी अभियंता इं. यूके सिंह कहते हैं कि चुल्ला टूटना गंभीर बात नहीं है, ऐसा होता रहता है। रही बात पीपा के पेंट न होने की तो ऐसा नहीं है। सारे पीपे पेंट कराने के बाद ही लगाए जा रहे हैं।