अब प्रयागराज-कानपुर में प्लास्टिक बोतल को काटेगी मशीन, इन 8 स्टेशनों पर की गई तैयारी
विश्व पर्यावरण दिवस वर्ष 2023 की थीम बीट प्लास्टिक पाल्यूशन की मुहिम में उत्तर मध्य रेलवे ने भी अपने कदम बढ़ा दिए हैं। रेलवे स्टेशनों पर अब बोतल कटिंग मशीन लगाई जा रही है जो बोतल को बारीक टुकड़ों में काट देगी और इसका पुन इस्तेमाल नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : विश्व पर्यावरण दिवस वर्ष 2023 की थीम 'बीट प्लास्टिक पाल्यूशन' की मुहिम में उत्तर मध्य रेलवे ने भी अपने कदम बढ़ा दिए हैं। रेलवे स्टेशनों पर अब बोतल कटिंग मशीन लगाई जा रही है, जो बोतल को बारीक टुकड़ों में काट देगी और इसका पुन: इस्तेमाल नहीं होगा।
प्रयागराज मंडल से इसकी शुरुआत हुई है। प्रथम चरण में प्रयागराज जंक्शन व कानपुर सेंट्रल पर इस मशीन का गुरुवार को लोकार्पण हुआ। अब एनसीआर के एक दर्जन बड़े स्टेशनों पर इसे लगाने की तैयारी की जा रही है। इसमें आगरा, झांसी, मथुरा, ग्वालियर, अलीगढ़, मिर्जापुर, टूंडला, फिरोजाबाद, खजुराहो, मानिकपुर जैसे स्टेशन शामिल हैं।
बोतल को बारीक टुकड़ों में काटेगी मशीन
अभी तक प्रयागराज और कानपुर में क्रशिंग मशीन की सुविधा थी। मशीन का अब अपग्रेड वर्जन आया है, जिसमें अत्याधुनिक तकनीकी के आधार पर बोतल कटिंग मशीन प्लास्टिक बोतल को क्रश करने के बजाय बारीक टुकड़ों में काटेगी। इसमें प्लास्टिक बोतल को हैंडल करने की क्षमता भी अधिक है।
मंडल के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि यात्री पानी पीने के बाद प्लास्टिक बोतलों को इधर-उधर फेंकते हैं। इससे स्टेशन पर गंदगी फैलती है। अब यह विशेष मशीनें स्टेशन पर यात्रियों को सुविधा देंगी। खाली बोतलों को इस मशीन के माध्यम से इस तरह से नष्ट किया जाएगा कि उनका पुन: प्रयोग नहीं होगा।
एनसीआर के सीपीआरओ हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि जोन के सभी बड़े स्टेशनों पर यह मशीन लगाई जाएगी।