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प्रयागराज के 46 प्राइमरी स्कूलों में अब Smart TV से पढ़ाई, वीडियो दिखाकर पढ़ा रहे बच्चों को

बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि स्कूलों को क्लस्टर में बांटकर विकसित करने की कोशिश हो रही है। अब तक बड़ोखर के 17 प्राथमिक विद्यालय पांच उच्च प्राथमिक विद्यालय बमरौली के 17 प्राथमिक विद्यालय और 7 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट टीवी लगाई गई है।

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 26 Oct 2021 09:00 AM (IST)Updated: Tue, 26 Oct 2021 09:00 AM (IST)
प्रयागराज के 46 प्राइमरी स्कूलों में अब Smart TV से पढ़ाई, वीडियो दिखाकर पढ़ा रहे बच्चों को
गणित, विज्ञान और अंग्रेजी समझाने के लिए रोचक वीडियो भी दिखाए जा रहे

अमलेंदु त्रिपाठी, प्रयागराज। अमूमन फिसड्डी रहने वाले प्राइमरी स्कूल अब कान्वेंट स्कूलों को टक्कर देंगे। इसकी पहल बेसिक शिक्षा विभाग ने कर दी है। विभाग की ओर से बड़ोखर और बमरौली के कुल 46 प्राइमरी स्कूलों में स्मार्ट टीवी लगा दिया गया है। अब स्मार्ट टीवी बेहतर पढ़ाई कर सकेंगे। इन स्कूलों में आनलाइन के अलावा आफलाइन कक्षाएं भी चलेंगी। इस बदलाव का असर भी दिखा और कई निजी स्कूलों के बच्चे अब इन प्राइमरी स्कूलों में प्रवेश ले रहे हैं।

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पहले चरण में बड़ोखर और बमरौली के स्कूल किए गए स्मार्ट

बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि स्कूलों को क्लस्टर में बांटकर विकसित करने की कोशिश हो रही है। अब तक बड़ोखर के 17 प्राथमिक विद्यालय, पांच उच्च प्राथमिक विद्यालय, बमरौली के 17 प्राथमिक विद्यालय और 7 उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट टीवी लगाई गई है। इसके जरिए यहां की कक्षाओं को भी स्मार्ट बनाया गया है। बैठने के लिए अच्छे फर्नीचर भी लगा दिए गए हैं। इन सभी स्कूलों में पठन पाठन को रोचक ढंग से कराने का प्रयास हो रहा है। दीक्षा एप के साथ दूरदर्शन, स्वयं प्रभा चैनल के जरिए प्रसारित होने वाली शैक्षणिक सामग्री को बच्चों तक पहुंचाया जा रहा है। विद्यार्थी भी रुचि ले रहे हैं। समय समय पर गणित, विज्ञान और अंग्रेजी की विषय वस्तु को समझाने के लिए रोचक वीडियो भी दिखाए जाते हैं। इन सुविधाओं के चलते अभिभावक भी अपने बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने लगे हैं। लक्ष्य है कि जिले के 100 स्कूलों को स्मार्ट बनाया जाए। संसाधनों को बढ़ाकर निजी स्कूलों के समानांतर खड़ा किया जासके। जिससे वह प्रदेश स्तर पर माडल स्कूल बन सकें।

नंबर गेम

- 100 परिषदीय स्कूलों को प्रदेश स्तर पर माडल के रूप में विकसित करने का लक्ष्य

- 256 विद्यार्थी उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत हैं, जब कि पहले यह संख्या सिर्फ 181 थी

- 425 विद्यार्थी उच्च प्राथमिक विद्यालय कनेवरा में हैं जब कि पहले यहां सिर्फ 305 विद्यार्थी थे

संवर रहा मांडा का कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय

कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय मांडा को भी संवारा जा रहा है। खंड शिक्षाधिकारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि प्रवेश द्वार, कक्षा कक्ष, शौचालय, डाइनिंग हाल को दुरुस्त ठीक करा दिया गया है। इसके अतिरिक्त विद्यालय में जेनरेटर, वायरिंग, इन्वर्टर की बैटरी का भी बंदोबस्त करा दिया गया है। पीने के पानी के लिए आरओ, पानी की टंकी, बेसिन आदि की भी व्यवस्था हो गई है। पठन पाठन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। 100 छात्राएं पंजीकृत हैं। यह जरूर है कि गणित की शिक्षक न होने के कारण स्पेशल कक्षाएं नहीं चल पा रही हैं। जल्द ही शिक्षक की व्यवस्था कर ली जाएगी।


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