यूजीसी से शिकायत के बाद पूर्व अध्यक्ष ऋचा को नोटिस Prayagraj News
ऋचा ने यूजीसी के चेयरमैन से मिलकर शिकायत की है कि निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के लोग शाम छह बजे के बाद भी हॉस्टल में आते-जाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं।
प्रयागराज,जेएनएन । इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के चेयरमैन से इविवि प्रशासन की शिकायत करना भारी पड़ गया। इविवि प्रशासन ने उन्हें नोटिस जारी कर छात्रावास खाली करने को कहा है। साथ ही इविवि प्रशासन ने ऋचा पर महिला छात्रावास में काम कराने वाले ठेकेदार पर दबाव बनाने का भी आरोप लगाया है।
यूजीसी चेयरमैन से मिलकर की है हॉस्टल में देर शाम तक निर्माण की शिकायत
दरअसल, इविवि के महिला हॉस्टल परिसर में कई वर्षों से निर्माण कार्य चल रहा है। ऋचा ने यूजीसी के चेयरमैन से मिलकर शिकायत की है कि निर्माण कार्य में लगे ठेकेदार के लोग शाम छह बजे के बाद भी हॉस्टल में आते-जाते हैं और अश्लील हरकत करते हैं। जबकि, यूजीसी की गाइडलाइन है कि महिला हॉस्टल परिसर में शाम छह बजे के बाद निर्माण कार्य नहीं होगा।
इविवि प्रशासन पर लगाया गाइडलाइन की अनदेखी आरोप
इविवि में इस गाइडलाइन की अनदेखी की जा रही है। उन्होंने इविवि प्रशासन पर भी सवाल उठाए थे। इस पर इविवि प्रशासन ने मंगलवार को ऋचा और संबंधित ठेकेदार के बीच बातचीत का ऑडियो जारी कर आरोप लगाया कि ऋचा ने ठेकेदार को धमकी दी और उस पर दबाव बनाने की कोशिश की। आरोप है कि ठेकेदार ने इविवि प्रशासन से लिखित शिकायत भी की। इविवि प्रशासन ने ऋचा पर हॉल ऑफ रेजिडेंस में अवैध तरीके से रहने का आरोप लगाते हुए नोटिस भी जारी किया। अचानक नोटिस दिए जाने के बारे में इविवि प्रशासन कोई जवाब नहीं दे सका।
विश्वविद्यालय प्रशासन का तर्क
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ. चित्तरंजन कुमार का कहना है कि ऋचा सिंह को जुलाई 2019 से अब तक छात्रावास खाली करने के लिए चार बार नोटिस दी जा चुकी है। छात्रनेता होकर वह आम छात्राओं का हक हड़प रहीं हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही उनका छात्रावास से कमरा खाली कराएगा।
पूर्व अध्यक्ष का आरोप बैकडेट में नोटिस दे रहा विश्वविदयालय
पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह का कहना है कि यूजीसी के चेयरमैन और महिला आयोग से शिकायत के बाद जवाब देने के स्थान पर विश्वविद्यालय मुझे बैकडेट में नोटिस दे रहा है। मैं दिल्ली में हूं। तमाम महिला सांसदों से मिलकर छात्राओं की असुरक्षा के मुद्दे पर उनको अवगत कराया है।