North Central Railway: माल ढुलाई और गतिशीलता सुधार में एनसीआर कर रहा प्रयास Prayagraj News
North Central Railway 4 स्टेशनों पर यार्ड रिमॉडलिंग 12 स्टेशनों पर पुराने मैकेनिकल सिग्नलिंग के बदले आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग 38 किलोमीटर सेक्शन में स्वचालित सिग्नलिंग का प्रावधान और 47 पैसेंजर ट्रेनों को डीजल ट्रैक्शन से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर परिवॢतत करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी किए गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। उत्तर मध्य रेलवे माल ढुलाई और गतिशीलता में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। 17 गुड्स शेड में सुधार, 12 स्टेशन टू स्टेशन (एसटीएस) माल-भाड़ा छूट प्रस्तावों को अंतिम रूप देना, मंडल और मुख्यालय स्तर पर बीडीयू का गठन, इरादतगंज और नैनी से खाद्यान्न, दादरी से ट्रैक्टर लोडिंग आदि शामिल हैं। इन सभी प्रयास से एनसीआर ने पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 121.7 लाख टन की लोडिंग के मुकाबले इस वर्ष अब तक 131.7 लाख टन माल लोड किया है।
दिसंबर 2020 तक एनसीआर की माल ढुलाई से राजस्व 1280.72 करोड़ रुपये है, जो 2019-20 में समान अवधि में अॢजत राजस्व की तुलना में 28.4 फीसद अधिक है। महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी के नेतृत्व में उत्तर मध्य रेलवे ने जनवरी 2021 में अब तक 13.6 लाख टन माल लोड किया गया है, जो कि पिछले वर्ष जनवरी के तुलना में 37 फीसद अधिक है।
गाजियाबाद-पं दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और पलवल-ललितपुर के बीच ट्रंक मार्गों पर सेक्शनल गति को बढ़ाकर 130 किलोमीटर प्रति घंटे किया। ललितपुर-बीना खंड की गति को बढ़ाकर 120 किलोमीटर प्रति घंटे और मानिकपुर-लिंक जंक्शन के सेक्शनल गति को बढ़ाकर 110 किमी प्रति घंटा कर दिया गया है। मेनलाइन और पैसेंजर रनिंग लूप लाइनों पर गति पहले 15 किमी प्रति घंटा के मुकाबले 30 किमी प्रति घंटा कर दी गई है और तीन स्थायी गति प्रतिबंधों पर गति सीमा बढ़ाई गई है।
इसके अतिरिक्त 4 स्टेशनों पर यार्ड रिमॉडलिंग, 12 स्टेशनों पर पुराने मैकेनिकल सिग्नलिंग के बदले आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग, 38 किलोमीटर सेक्शन में स्वचालित सिग्नलिंग का प्रावधान और 47 पैसेंजर ट्रेनों को डीजल ट्रैक्शन से इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर परिवॢतत करने जैसे महत्वपूर्ण कार्य भी किए गए हैं। इन व्यापक गतिशीलता सुधार प्रयासों के साथ एनसीआर ने 2020-21 में मालगाडिय़ों की 44.49 किमी प्रति घंटे की औसत गति प्राप्त की है जो 2019-20 में 85 फीसद अधिक है। इसी तरह एनसीआर परिक्षेत्र में यात्री ट्रेनों की समय पालनता में भी पिछले साल की तुलना में 58 फीसद का सुधार आया।