वाहनों के फिटनेस के लिए आरटीओ कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा Prayagraj News
अभी मंडलीय स्तर पर निजी क्षेत्र का फिटनेस सेंटर खोला जाएगा। फिटनेस सेंटर खोलने के लिए 16 फरवरी तक आवेदन मांगे गए हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। आने वाले दिनों में कामर्शियल वाहनों का फिटनेस निजी सेंटरों पर होगा। इसके लिए वाहन मालिकों को आरटीओ कार्यालय नहीं जाना होगा। निजी सेंटरों पर फिटनेस के साथ ही गाडिय़ों में जो कमियां होंगी, उसके मेंटीनेंस की भी व्यवस्था होगी। प्रयागराज में निजी सेंटर खोलने के लिए लोगों से 16 फरवरी तक आवेदन मांगे गए हैं।
कामर्शियल वाहनों का फिटनेस प्रमाण पत्र है अनिवार्य
सड़क पर चलने वाले सभी कामर्शियल वाहनों का फिटनेस अनिवार्य है। वाहनों का हर साल फिटनेस होता है। अभी आरआइ वाहनों की जांच करके फिटनेस प्रमाण पत्र जारी करते हैं। छोटे कामर्शियल वाहनों की फिटनेस फीस 600 और बड़े वाहनों की 800 सौ रुपये है लेकिन आने वाले दिनों में यह व्यवस्था बदलने वाली है। अब इसे निजी क्षेत्र में देने का फैसला कर लिया गया है। अभी मंडलीय स्तर पर निजी क्षेत्र का फिटनेस सेंटर खोला जाएगा। फिटनेस सेंटर खोलने के लिए 16 फरवरी तक आवेदन मांगे गए हैं। इसके लिए सड़क किनारे कम से कम एक एकड़ जमीन होनी चाहिए। एआरटीओ प्रशासन सियाराम वर्मा ने बताया कि जहां निजी क्षेत्र के कंप्यूटराइज्ड फिटनेस सेंटर खुलेंगे, वहीं वाहनों के लिए वर्कशाप भी होगा। ऐसा होने पर एक ही जगह मेंटीनेंस और फिटनेस हो सकेगा। इससे वाहन मालिकों को भी आसानी होगी।
कंप्यूटराइज्ड होगा फिटनेस
-सरकार की योजना थी कि वाहनों का फिटनेस कंप्यूटराइज्ड हो और इसमें पारदर्शिता रहे। पिछले दिनों कंप्यूटराइज्ड फिटनेस की व्यवस्था लखनऊ के परिवहन कार्यालय में शुरू भी हो गई। यह व्यवस्था प्रदेश के सभी परिवहन कार्यालयों में उपलब्ध कराना आसान नहीं था। कर्मचारियों और संसाधन की कमी के चलते सरकार के लिए यह काम कठिन है। इसलिए इसे निजी क्षेत्र में दिया जा रहा है।
फिटनेस फीस
- 06 सौ रुपये छोटे वाहनों की
- 08 सौ रुपये बड़े वाहनों की
- 16 फरवरी तक कर सकते हैं आवेदन
- 01 एकड़ क्षेत्र में खुलेगा फिटनेस सेंटर।