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रेलवे ट्रैक के किनारे गंदगी नहीं बल्कि हरियाली दिखेगी, इन स्टेशनों से होगी शुरूआत Prayagraj News

एनसीआर लोगों को स्वच्छता का संदेश देगी। इसके लिए रेलवे ट्रैक के किनारे नर्सरी लगाई जाएगी। कानपुर मीरजापुर और अलीगढ़ स्टेशन के पास नर्सरी लगाई जाएगी।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Mon, 30 Sep 2019 08:37 AM (IST)Updated: Mon, 30 Sep 2019 03:48 PM (IST)
रेलवे ट्रैक के किनारे गंदगी नहीं बल्कि हरियाली दिखेगी, इन स्टेशनों से होगी शुरूआत Prayagraj News
रेलवे ट्रैक के किनारे गंदगी नहीं बल्कि हरियाली दिखेगी, इन स्टेशनों से होगी शुरूआत Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। स्वच्छता का वातावरण बनाने के लिए रेलवे भी सक्रिय है और इस दिशा में तमाम प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में एक और पहल होगी रेलवे स्टेशन के आसपास और ट्रैक के किनारे पौधों की नर्सरी स्थापित किए जाने की। ऐसा होने के बाद सफर करते समय लोग ट्रैक के किनारे गंदगी नहीं बल्कि हरियाली देखेंगे। उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) में यह पहल इलाहाबाद मंडल में कानपुर, मीरजापुर और अलीगढ़ स्टेशन से शुरू होगी।

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स्टेशन परिसर और ट्रेनों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रहा रेलवे

भारतीय रेलवे हाल के वर्षों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दे रहा है। स्टेशन परिसर और ट्रेनों में साफ-सफाई की व्यवस्था सुधरी है। अब रेलवे स्टेशन के आसपास और रेलवे ट्रैक के किनारे पौधों की नर्सरी लगाने की योजना है। इंजीनियङ्क्षरग विभाग की देखरेख में यह नर्सरी स्थापित की जाएगी। यहां टफन बेनिया, कोटन, मोर पंख, गुलादाउदी के पौधे तैयार होंगे। उन्हें गमलों में लगाकर कार्यालयों, रेलवे स्टेशन परिसर और पार्क में रखा जाएगा। पौधे जब पेड़ बनेंगे तो उनसे निकलने वाले फूल की खुशबू से माहौल तो बदलेगा ही, आकर्षण भी बढ़ेगा।

बोले डीआरएम-ताकि स्वच्छता के लिए लोग प्रेरित हों

इलाहाबाद मंडल के डीआरएम अमिताभ का कहना है कि कानपुर, मीरजापुर और अलीगढ़ में जहां पर नर्सरी बनाई जा रही है, वहां पर अभी तक बड़ी गंदगी थी। नर्सरी लगाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि लोग स्वच्छता के लिए प्रेरित हों।

नर्सरी में होंगे विभिन्न प्रकार के पौधे

अलीगढ़ स्टेशन के पास 250 वर्ग मीटर में नर्सरी बनाई जाएगी। नर्सरी में अमरूद, परसियन शील्ड, बेबीकोटान, कोराना के पौधे तैयार किए जाएंगे। यह सात लाख की लागत से तैयार होगी। मीरजापुर स्टेशन के पास 56 वर्ग मीटर में नर्सरी लगाई जाएगी। उसमें टफन बेनिया, कोटन, अरोलिया, साइयोनियम, मोर पंख, गेंदा, गुलदाउदी के पौधों तैयार होंगे। यहां सिर्फ आठ हजार रुपये खर्च होंगे। कानपुर में चंदारी के पास 45 वर्ग मीटर में नर्सरी बनेगी। यहां पर हमेलिया, चईना पाम, मंडेला, एक्जोरा, डबल चांदनी, किसमन, जूही, हरसिंगार के पौधे तैयार किए जाएंगे। इस नर्सरी को तैयार करने में तीन लाख खर्च होंगे।


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