माघ मेला में कोरोना का असर, भीड़ के अभाव में नहीं चली अतिरिक्त बसें, खाली गई मेला स्पेशल ट्रेन
माघ मेला में मकर संक्रांति के अवसर पर भी जंक्शन से नहीं चली कोई भी स्पेशल ट्रेन प्रयागराज संगम पर अतिरिक्त कोच करता रहा यात्रियों का इंतजार रामबाग से दो जोड़ी स्पेशल ट्रेन चलाई गई रोडवेज को नहीं चलानी पड़ी अतिरिक्त बसें
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। गुरुवार को मकर संक्रांति के साथ माघ मेला शुरू हुआ। पहले स्नान पर्व पर मात्र दो स्पेशल ट्रेनें रामबाग से चली, जबकि रोडवेज को कोई भी अतिरिक्त बस चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। शायद कोरोना महामारी की तीसरी लहर से लोगों में भय का असर है कि मेले में भीड़ अधिक ना होने के कारण रेलवे स्टेशन पर सन्नाटे की भी स्थिति दिखाई पड़ी। जंक्शन से मेला के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ी। प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन पर मेला स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए बोगियां रिजर्व रखी गई थी लेकिन, वह यात्रियों का इंतजार ही करती रही और भीड़ ना होने के कारण स्पेशल ट्रेन नहीं चली। इसी क्रम में रोडवेज ने भी अतिरिक्त बसों को चलाने की तैयारी की थी । लेकिन, सिविल लाइंस, जीरो रोड, लीडर रोड किसी भी बस अड्डे पर अधिक भीड़ नहीं दिखाई पड़ी । भीड़ का जत्था बस आने के साथ दिखाई पड़ता और कुछ ही पल में बस अड्डा पर सामान्य स्थिति हो जाती । यह क्रम पूरे दिन चलता रहा ।
सामान्य दिनों की तुलना में कुछ ही ज्यादा रही भीड़
प्रयागराज रामबाग रेलवे स्टेशन से पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा दो स्पेशल ट्रेनें चलाई गई। पहली स्पेशल ट्रेन यहां से 7:30 बजे रवाना हुई । जबकि दूसरी स्पेशल ट्रेन 11:00 बजे यात्रियों को लेकर गई। यहां भीड़ की स्थिति सामान नहीं नजर आई । जंक्शन से कानपुर रूट पर स्पेशल ट्रेन चलाने की तैयारी की गई थी। उम्मीद थी कानपुर, मानिकपुर रूट के लिए कम से कम दो से तीन ट्रेनें भेजी जाएंगी। लेकिन, यात्रियों की भीड़ जंक्शन पर दिखाई नहीं पड़ी । जिसके कारण स्पेशल ट्रेन नहीं चली । इसी क्रम में प्रयागराज संगम से प्रतापगढ, अयोध्या रूट के लिए विशेष ट्रेन के संचालन की तैयारी की गई थी। अतिरिक्त बोगी रिजर्व रखी गई थी। लेकिन, बुकिंग कराने के लिए यात्री दिखाई नहीं पड़े । जिसके कारण स्पेशल ट्रेन यहां से नहीं भेजी गई। हालांकि रूटीन की ट्रेन पर यात्रियों की संख्या ठीक-ठाक दिखाई पड़ी जो सामान्य दिनों में से थोड़ी ज्यादा थी। इसी तरह नैनी और छिवकी रेलवे स्टेशन पर भी थोड़ी बहुत भीड़ नजर आई ।
जंक्शन पर सिविल लाइंस साइड से प्रवेश पर रही रोक
दूसरी ओर जंक्शन के सिविल लाइन साइड से यात्रियों का प्रवेश बंद किया गया था। यात्रियों के लिए जंक्शन पर बनाए गए चार आश्रय स्थल भी खाली ही नजर आए। डीआरएम के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि भीड़ कम होने के कारण स्पेशल ट्रेनों को चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ी । नियमित ट्रेनों से ही यात्रियों का आवागमन हुआ। प्रयाग स्टेशन के अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की कोरोना जांच कराई गई और जांच के बाद ही उन्हें आगे जाने की अपील की जाती रही। रामबाग रेलवे स्टेशन के अधीक्षक अनिल पांडे ने बताया कि दो मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थी। जिससे श्रद्धालुओं को आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराई गई । इसके अलावा प्रतिदिन चलने वाली ट्रेनों से भी श्रद्धालुओं ने सफर किया। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस विसेन ने बताया कि अतिरिक्त बसों का इंतजाम किया गया था। उम्मीद थी कि भीड़ अधिक आएगी। लेकिन, भीड़ बहुत कम आने के कारण अतिरिक्त बसें चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ी । बस अड्डे पर दिनभर यात्रियों, रोडवेज चालक-परिचालकों को कोरोनावायरस की गाइडलाइन पालन करने के लिए प्रेरित किया जाता रहा । कर्मचारियों को समझाया गया कि उन पर ही सारी जिम्मेदारी है । वह नियमों का पालन करें और लोगों को नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें। मास्क लगाने के बाद ही यात्रियों को बस में बैठाएं।