नौ दिन में नौ हजार शौचालय का निर्माण होगी बड़ी चुनौती
जिले के सभी 20 विकास खंडों में निजी शौचालय निर्माण के जो लक्ष्य तय किए गए है, वह कर्मचारियों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है।
जासं,इलाहाबाद: जिले के सभी 20 विकास खंडों में निजी शौचालय निर्माण के जो लक्ष्य तय किए गए हैं। उसमें से नौ हजार से ज्यादा शौचालयों का निर्माण बाकी है। इतने शौचालयों के निर्माण के लिए अब सिर्फ नौ दिन शेष हैं, इतने कम समय में शौचालयों का निर्माण करा पाना पंचायतीराज विभाग के लिए बड़ी चुनौती है।
जिले में 718440 निजी शौचालय निर्माण का लक्ष्य रखा गया था। हालांकि, बाद में जांच कराने पर मालूम हुआ कि वर्ष 2012 में 237579 शौचालयों के निर्माण हो चुके हैं। इसलिए तय लक्ष्य में यह संख्या घटाकर 480861 कर दी गई। फिर भी 471582 शौचालयों (98.71 फीसद) का ही निर्माण कराया जा सका है। नौ हजार से ज्यादा शौचालयों (1.29 फीसद) का निर्माण नौ दिन (दो अक्टूबर तक) में कराया जाना है, जो बड़ी चुनौती है। बहरहाल, 20 में से सात विकास खंडों में लक्ष्य पूरा किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि शासन ने शहरों और गांवों को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करने के लिए दो अक्टूबर का लक्ष्य तय किया है। ऐसे में समय कम होने से कर्मचारियों पर दबाव बढ़ गया है। आलम यह है कि कर्मचारी शौचालयों की जगह दरवाजे और खिड़कियों के फोटो अपलोड कर दे रहे हैं। इससे विभाग की परेशानी और बढ़ गई है।
विकास खंड-कितने निर्माण-कितने बाकी
बहादुरपुर- 48900- 1685
बहरिया - 40024 - 175
चाका - 37892- निल
धनूपुर - 35300 - 325
हंडिया - 35736 - 996
होलागढ़- 27398 - 464
जसरा- 29447 - निल
करछना- 31745- 1901
कौंधियारा- 30147- 1889
कौड़िहार- 57649 - निल
कोरांव- 46584 - 05
मांडा- 27979 - निल
मऊआइमा- 19510- 32
मेजा- 31491- निल
फूलपुर- 31418 - 1092
प्रतापपुर- 28902 - निल
सैदाबाद- 49415 - 148
शंकरगढ़- 30384 - 554
सोरांव- 31956 - निल
उतरांव- 37264 - 13
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वर्जन
दो अक्टूबर तक जरूर लक्ष्य पूरा कर लिया जाएगा। प्रतिदिन करीब हजार-डेढ़ हजार शौचालय बन रहे हैं। तीन-चार दिन में ही निर्माण पूरा हो जाएगा।
अनिल कुमार त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी।